Home देश विपक्ष सेना पर बयानबाजी से बाज आएं… रक्षा मंत्री राजनाथ की नसीहत

विपक्ष सेना पर बयानबाजी से बाज आएं… रक्षा मंत्री राजनाथ की नसीहत

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 लखनऊ
 पुंछ में एयरफोर्स पर हुए आतंकी हमले को लेकर हो रही सियासत पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नाराजगी जाहिर की है।  उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेताओं को सीमा और सेना के जवानों पर हल्की बयानबाजी से बाज आना चाहिए। कांग्रेस और राजद के कुछ नेताओं ने इस आतंकी हमले को पुलवामा अटैक से जोड़ते हुए बीजेपी पर इसका सियासी फायदा उठाने का आरोप लगाया था। राजनाथ ने सोमवार को लखनऊ में आम चुनाव में बीजेपी और लखनऊ में उनकी अपनी दावेदारी से जुड़े सवालों पर लंबी बात की।

आप देश भर में चुनावी सभाएं कर रहे हैं ? क्या हालात हैं?

बीजेपी का 400 पार का दावा सच होने वाला है। कांग्रेस और विपक्ष के पास मुद्दे ही नहीं हैं। बताइए कांग्रेस धर्म के आधार पर रिजर्वेशन देने की बात कर रही है, क्या ऐसा संभव है? जाति-धर्म को चुनावी मुद्दा बनाने की बेकार कोशिश कर रहा है विपक्ष।

लेकिन विपक्ष तो कह रहा है कि पहले दो फेज़ में कम वोट पड़ने पर बीजेपी ने चुनावी प्रचार की दशा धार्मिक मुद्दों की ओर जोड़ दी है ?

बेकार की बातें हैं। हमारी सरकार ने योजनाओं को धरातल तक पहुंचाया है। लाभार्थियों तक योजनाओं के पहुंचने में जितने लीकेज थे, वे सब हमने बंद कर दिए हैं। हमें डिवेलपमेंट के मुद्दे पर वोट मिलने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आम वोटरों में जो आकर्षण है, वह वोट में तब्दील होता है। पीएम के नेतृत्व में देश का मान सारी दुनिया में बढ़ा है। हमारे नेताओं को चुनाव को सांप्रदायिक लाइन पर ले जाने की कोई जरूरत ही नहीं। यह काम करने का प्रयास विपक्ष कर रहा है।

आपने कहा कि एक दिन आजाद कश्मीर के लोग खुद ही भारत से जुड़ जाएंगे, इस पर फारूख अबदुल्ला ने कहा है कि क्या पाकिस्तान ने चूड़ियां पहनी हैं ?
देखिए, जिस तरह से भारत और कश्मीर में पिछले कुछ साल से विकास हो रहा है। उसे सारी दुनिया देख रही है। आजाद कश्मीर और पाकिस्तान में भी काफी लोगों के बयान आए हैं, इसकी सराहना करते हुए। कुछ लोगों ने भारत में शामिल होने की ख्वाहिश भी जाहिर की है। नेताओं को बेकार की बयानबाजी से बचना चाहिए।

'लखनऊ मेट्रो का दूसरा फेज जल्द'

अपने संसदीय क्षेत्र लखनऊ के विकास पर पूछे गए सवालों पर राजनाथ ने कहा कि पिछले पांच साल में ट्रैफिक और फ्लाई ओवर्स पर जितना काम हुआ है, उतना पहले कभी नहीं हुआ। अब भी-छह सात स्वीकृत फ्लाई ओवर हैं जिन पर काम शुरू होना बाकी है। कोशिश करेंगे कि मेट्रो के दूसरे फेज का काम तेजी से हो। राजनाथ ने माना कि आउटर रिंग रोड का काम थोड़ा धीमी गति से हुआ, लेकिन इसके बन जाने से बेजा वाहन शहर में नहीं घुसते। इससे शहर के भीतर यातायात लोड कम हुआ है। उन्होंने कहा कि डीआरडीओ लैब आने से रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं। ब्रह्मोस मिसाइल अब यहीं बनेगी। स्थानीय स्टार्टअप शुरू करने वालों को भी अब नए अवसर मिलने वाले हैं।