बांग्लादेश ने युद्ध अपराधों के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराने का आह्वान किया
हमास की कार्रवाई के बाद इजरायल ने राफा पर किए हवाई हमले, 16 लोगों की मौत
राफा पर जल्द ही हमला शुरू किया जायेगा : गैलेंट
ढाका
बांग्लादेश के विदेश मंत्री हसन महमूद ने वर्तमान फिलिस्तीनी-इजरायल संघर्ष को तत्काल समाप्त करने, मानवीय पहुंच सुनिश्चित करने, युद्ध अपराधों और मानवता के खिलाफ अपराधों के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराने का आह्वान किया है।
बांग्लादेशी विदेश मंत्रालय के अनुसार, गाम्बिया की राजधानी बंजुल में 15वें ओआईसी शिखर सम्मेलन में हसन महमूद ने कहा, "हमें, ओआईसी (इस्लामिक सम्मेलन के संगठन) के सदस्यों को गाजा संकट को समाप्त करने के लिए बहु-स्तरीय अंतरराष्ट्रीय भागीदारी का हिस्सा बनना चाहिए।"
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, विदेश मंत्री ने कहा कि ओआईसी को इस्लामोफोबिया का मुकाबला करने, सहिष्णुता को बढ़ावा देने के लिए सरकारों और संयुक्त राष्ट्र, यूरोपीय संघ तथा अन्य संगठनों जैसे अंतर-सरकारी संस्थाओं के साथ बातचीत जारी रखनी चाहिए।
7 अक्टूबर 2023 को हमास ने दक्षिण इजरायल पर हमला किया था, जिसमें 1200 लोग मारे गए थे और 250 लोगों का अपहरण कर लिया था। इसके बाद इजरायल ने गाजा में हमास के खिलाफ बड़े पैमाने पर युद्ध छेड़ दिया।
गाजा स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, गाजा पट्टी पर चल रहे इजरायली हमलों में 34,600 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 77,800 से अधिक अन्य घायल हुए हैं। हमलों के कारण गाजा में घरों और बुनियादी ढांचे को भी बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है।
हमास की कार्रवाई के बाद इजरायल ने राफा पर किए हवाई हमले, 16 लोगों की मौत
तेल अवीव
हमास के रॉकेट हमले के बाद इजरायल की सेना ने राफा में हवाई हमले किए, जिसमें 16 लोगों की मौत हो गई। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हवाई हमले में एक परिवार के नौ लोग और दूसरे परिवार के सात सदस्य मारे गए। हमास ने दक्षिणी इजरायल में केरेम शालोम के पास हमला किया था। इसके जवाब में इजरायल ने ये कार्रवाई की है। हमास के हमले में इजरायल रक्षा बल (आईडीएफ) के तीन सैनिक मारे गए और 11 सैनिक घायल हो गए। जबकि घायलों में 931 बटालियन के जवान और शेक्ड बटालियन का एक जवान शामिल है।
आईडीएफ के अनुसार, हमला राफा क्षेत्र से सुबह-सुबह किया गया। इजरायली प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के उच्च पदस्थ सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि युद्ध कैबिनेट सोमवार को बैठक करेगी और राफा पर जमीनी हमले पर फैसला करेगी। रक्षा मंत्री योव गैलेंट और बिना पोर्टफोलियो वाले मंत्री बेनी गैंट्ज़ दिन में बाद में होने वाली युद्ध कैबिनेट में हिस्सा लेंगे।
गौरतलब है कि हाल ही में काहिरा में हुई अप्रत्यक्ष मध्यस्थता वार्ता में इजरायल ने अपनी जेलों में बंद 600 फिलिस्तीनी कैदियों के बदले में हमास की हिरासत में मौजूद अपने कम से कम 33 बंधकों को रिहा करने पर जोर दिया था।
केरेम शालोम क्रॉसिंग पर हमास के हमले में तीन आईडीएफ सैनिकों की मौत और इजरायल की जवाबी कार्रवाई से काहिरा में शांति वार्ता की प्रगति प्रभावित होने की संभावना है।
राफा पर जल्द ही हमला शुरू किया जायेगा : गैलेंट
यरूशलम
इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा है कि गाजा के दक्षिण में राफा शहर पर हमले शुरू करने का आदेश बहुत जल्द दिया जाएगा। गैलेंट ने अपने आधिकारिक अकाउंट एक्स पर एक फोटो पोस्ट साझा की है जिसमें वह गाजा के मध्य क्षेत्र में एक दौरे के दौरान कमांडरों के साथ हेलमेट पहने चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि इजरायल के अनुसार हमास के साथ किसी समझौते पर पहुंचने की संभावना कम है। इसका निहितार्थ – राफा और गाजा पट्टी के अन्य इलाकों में बहुत जल्द बड़े पैमाने पर ऑपरेशन होगा।
उल्लेखनीय है कि संयुक्त राष्ट्र के अनुमान के मुताबिक, लगभग 10.2 लाख लोग अन्य क्षेत्रों के साथ-साथ अकालग्रस्त उत्तरी गाजा में इजरायली बमबारी से बचकर राफा में शरण लिए हुए हैं। इजरायल और हमास गाजा में बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के उद्देश्य से युद्धविराम समझौते पर अप्रत्यक्ष बातचीत में लगे हुए हैं। दोनों पक्षों के बीच विवाद का मुख्य मुद्दा संघर्ष विराम की अवधि को लेकर है। हमास की मांग है कि इजराइल संघर्ष रोक दे, जबकि इजरायल तब तक संघर्ष जारी रखने पर जोर दे रहा है जब तक हमास हार नहीं मान लेता है।
इजरायल ने कहा, हमास के मोर्टार हमले में 3 सैनिक मारे गए
यरूशलम
हमास के मोर्टार हमले में कम से कम इजरायल के तीन सैनिक मारे गए और नौ अन्य घायल हो गए।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली सेना ने बयान में कहा कि दक्षिणी गाजा पट्टी के राफा शहर से फिलिस्तीनी एन्क्लेव और इजरायल के बीच केरेम शालोम क्रॉसिंग पर लगभग दस मोर्टार दागे गए। हमास ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
जवाबी कार्रवाई में इजरायली युद्धक विमानों ने उस लॉन्चर को निशाना बनाया जिससे मोर्टार दागे गए थे। क्षेत्र में स्थित एक सैन्य ढांचे पर हमला किया।
गाजा युद्ध पर बातचीत का एक और दौर समाप्त, हमास की टीम समझौते पर नेतृत्व के साथ परामर्श करेगी
काहिरा/तेल अवीव
गाजा युद्ध पर अप्रत्यक्ष बातचीत का एक और दौर मिस्र की राजधानी काहिरा में समाप्त हो गया। इसके बाद हमास के प्रतिनिधि अपने नेतृत्व से परामर्श के लिए कतर जाने वाले हैं।
हमास प्रतिनिधिमंडल ने मध्यस्थों के प्रस्तावों पर प्रतिक्रिया दी थी और मिस्र व कतर के प्रतिनिधियों के साथ उन पर चर्चा की थी। संगठन के अनुसार, प्रतिनिधिमंडल ने रविवार शाम को काहिरा छोड़ने और कतर में संगठन के नेताओं से परामर्श करने की योजना बनाई है।
गाजा में महीनों से चल रहे संघर्ष का हल निकालने के लिए बातचीत का नया दौर शनिवार को शुरू हुआ था। इजरायल ने कोई प्रतिनिधिमंडल नहीं भेजा था। दरअसल, सरकार इंतजार करना और यह देखना चाहती थी कि क्या हमास मध्यस्थों के लेटेस्ट प्रस्ताव को स्वीकार करेगा, जिसमें अमेरिका भी शामिल है।
इसमें इजरायल और हमास के बीच एक बहु-स्तरीय समझौते की परिकल्पना की गई है। जिसमें गाजा में बंद शेष इजरायली बंधकों की रिहाई हो, इजरायली जेलों से फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई हो और गाजा में युद्ध समाप्त हो।
नवंबर में एक संक्षिप्त युद्धविराम के बाद संघर्ष के समाधान के लिए बातचीत महीनों से रुकी हुई है, जिसमें प्रगति की कमी के लिए इजरायल और हमास को दोषी ठहराया गया है।
हमास ने रविवार को एक बयान में इस बात पर जोर दिया कि वह बातचीत सकारात्मक भावना और जिम्मेदारी से कर रहा है।
वहीं इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने फिर से अपना रुख दोहराया। उनका कहना है कि देश गाजा में युद्ध तब तक जारी रखेगा जब तक कि उसके सभी उद्देश्य हासिल नहीं हो जाते। अस्थायी युद्धविराम पर रुकी हुई बातचीत के लिए हमास को फिर से जिम्मेदार ठहराया।
पीएम ने एक वीडियो संदेश में कहा, "हमास की मांगों के आगे झुकना इजराइल के लिए एक भयानक हार होगी। यह हमारे दोस्तों और हमारे दुश्मनों के सामने भयानक कमजोरी प्रदर्शित करेगा।
इस बीच फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने पीएम नेतन्याहू से बातचीत जारी रखने का आह्वान किया।
रिपोर्टों के अनुसार, एक फोन कॉल में राष्ट्रपति ने इजरायली प्रधानमंत्री को बातचीत को अच्छे परिणाम तक पहुंचाने के लिए प्रोत्साहित किया, जिससे क्षेत्र में तनाव कम हो सकता है।
मैक्रों ने कथित तौर पर इस बात पर भी जोर दिया कि फ्रांस की प्राथमिकता सभी बंधकों की रिहाई है। फ्रांस चल रही बातचीत का पूरा समर्थन करता है।