नालंदा /दरभंगा/बाड़मेर
मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के लिए रविवार को देशभर में नीट यूजी की परीक्षा का आयोजन किया गया लेकिन अलग-अलग राज्यों में इसमें सॉल्वर गैंग की एंट्री और फर्जी परीक्षा देने वालों के पकड़े जाने के बाद हड़कंप मच गया है. बिहार, झारखंड और राजस्थान में कई ऐसे मामले सामने आए है जिसमें फर्जी तरीके से सॉल्वर गैंग द्वारा नीट परीक्षा में अभ्यर्थी बैठाए गए थे.
पटना-रांची में पकड़े गए सॉल्वर गैंग के सदस्य
बिहार के नालंदा में सॉल्वर गैंग ने नीट यूजी की परीक्षा में कई अभ्यर्थियों की जगह मेडिकल स्टूडेंट्स को बिठाया. इसका खुलासा होने के बाद पुलिस एक्शन में आई और पटना में कई जगह छापेमारी कर पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है. पुलिस ने नीट परीक्षा में सॉल्वर गैंग की एंट्री को कंफर्म किया है. हालांकि नीट यूजी का पेपर लीक हुआ या है या नहीं इसकी जांच अभी चल रही है.
रांची में भी फर्जीवाड़ा
जानकारी के मुताबिक रांची में सबसे पहले दरभंगा मेडिकल कॉलेज के सेकंड ईयर के एक स्टूडेंट आशीष और नालंदा मेडिकल कॉलेज के सोनू कुमार को गिरफ्तार किया गया. यह दोनों किसी दूसरे छात्र की जगह बैठकर नीट यूजी की परीक्षा दे रहे थे.
इन दोनों की गिरफ्तारी के बाद जो जानकारी मिली उसके बाद पटना में ताबड़तोड़ कई जगहों पर छापेमारी की गई. पटना के बोर्ड कॉलोनी स्थित एक स्कूल से परीक्षा देकर बाहर निकल रहे एक सॉल्वर को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. यह सॉल्वर भी मेडिकल कॉलेज का स्टूडेंट है और वह आयुष नाम के एक छात्र के बदले नीट यूजी की परीक्षा देकर बाहर निकाला था.
बाड़मेर में भाई के बदले परीक्षा दे रहा था MBBS का स्टूडेंट
वहीं दूसरी तरफ राजस्थान के बाड़मेर में भी ऐसा ही मामला सामने आया है जहां भाई को डॉक्टर बनाने के लिए एमबीबीएस का छात्र नीट की परीक्षा देने पहुंचा था. पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है. बाड़मेर जिला मुख्यालय में एक सरकारी स्कूल में फर्जी अभ्यर्थी भागीरथ अपने भाई की जगह एग्जाम दे रहा था. संदेह के आधार पर वीक्षक ने पुलिस को सूचना दी जिसके बाद पुलिस ने पहले फर्जी अभ्यर्थी और फिर बाद में उसके भाई दोनों को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस ने भागीरथ राम नामक अभ्यर्थी को पकड़ा तो उसने पूछताछ में बताया कि वो अपने छोटे भाई गोपालराम की जगह डमी अभ्यर्थी बनकर फर्जी तरीके से परीक्षा दे रहा था. 2023 की नीट परीक्षा में ही भागीरथ का सेलेक्शन हुआ था.
भरतपुर में 10 लाख रुपये लेकर कोई और दे रहा था परीक्षा
नीट में फर्जीवाड़े का एक मामला भरतपुर में भी सामने आया है. एक छात्र की जगह परीक्षा दे रहे सॉल्वर गैंग के एक सदस्य सहित पुलिस ने कुल पांच लोगों को पकड़ा है. उन्होंने कहा कि शुरुआती जांच से पता चला है कि सरकारी कॉलेज का छात्र अभिषेक गुप्ता अपने कॉलेज के साथी रवि मीना द्वारा चलाए जा रहे रैकेट का हिस्सा था, जिसने उम्मीदवार राहुल गुर्जर से 10 लाख रुपये लिए थे.
सहायक पुलिस अधीक्षक (एएसपी) अकलेश कुमार ने कहा, 'एक परीक्षा केंद्र पर अभिषेक को राहुल गुर्जर की जगह परीक्षा देते हुए पकड़ा गया. उन्होंने बताया कि उनके साथी परीक्षा केंद्र के बाहर एक कार में बैठे थे.' एएसपी ने कहा कि सभी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. कुछ जगहों पर छात्रों ने भी आरोप लगाया कि हिन्दी में परीक्षा देने वाले लोगों को अंग्रेजी में प्रश्न पत्र उपलब्ध कराया गया और शिकायत करने पर पुलिस ने उनकी पिटाई कर दी.