लखनऊ
कांग्रेस के गढ़ रायबरेली में एक बार फिर इतिहास दोहरा रहा है। राहुल गांधी को रायबरेली से प्रत्याशी बनाया गया है। राहुल गांधी ने अपनी मां सोनिया गांधी तथा बहन प्रियंका गांधी और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ रायबरेली निर्वाचन कार्यालय पहुंचकर नामांकन किया। राहुल गांधी अब अपनी मां सोनिया गांधी की विरासत संभालेंगे। दरअसल, सबसे पहले 1952 में फिरोज गांधी ने चुनाव लड़ कर जीता। वह 1958 में भी विजयी हुए। इसके बाद इंदि्रा गांधी ने राजनीतिक सफर शुरू किया। उनके नहीं रहने पर सोनिया यहां से पांच बार सांसद रही हैं। अब राहुल गांधी गांधी परिवार की विरासत को संभालने जा रहे हैं।
राहुल यहां स्थित फुरसतगंज हवाईअड्डे पर अपनी मां सोनिया गांधी, बहन प्रियंका गांधी, राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और अन्य लोगों के साथ विमान से उतरे। कई दिनों की ऊहापोह को खत्म करते हुए, पार्टी ने आज सुबह घोषणा की कि राहुल गांधी रायबरेली सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे, जो पहले उनकी मां सोनिया गांधी का निर्वाचन क्षेत्र था। पार्टी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि गांधी परिवार के करीबी सहयोगी किशोरी लाल शर्मा को अमेठी लोकसभा सीट से मैदान में उतारा गया है। सात चरण में हो रहे लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में 20 मई को जिन सीटों पर मतदान होगा, उनके लिए नामांकन दाखिल करने की आज आखिरी तारीख है। रायबरेली और अमेठी सीटों पर मतदान 20 मई को ही होगा। मतगणना चार जून को होगी।
16 बार जीती है कांग्रेस
रायबरेली जिले की संसदीय सीट पर 16 बार कांग्रेस पार्टी ने जीत दर्ज की है। भारतीय जनता पार्टी के अशोक सिंह ने 2 बार जीत दर्ज की है। एक बार जनता पार्टी के राजनारायण ने जीत दर्ज की है। बसपा और सपा अभी तक यहां खाता तक नहीं खोल पाए हैं। वर्तमान में यहां सांसद सोनिया गांधी हैं।