कोलंबिया
गाजा पर इजरायल के हमले के विरोध में अमेरिका में बड़े पैमाने पर प्रोटेस्ट हो रहे हैं. स्टूडेंट्स सड़कों पर हैं. अमेरिका की कुछ यूनिवर्सिटी में इजरायल समर्थक और विरोधी समूहों के बीच हिंसक झड़प भी हुई. इस बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इन प्रोटेस्ट को लेकर बेहद कड़ा बयान दिया है.
ट्रंप का कहना है कि कोलंबिया यूनिवर्सिटी की एक बिल्डिंग पर फिलिस्तीन समर्थक स्टूडेंट्स ने कब्जा कर लिया था, जिस तरह से न्यूयॉर्क पुलिस ने इन छात्रों को सबक सिखाया. इसे देखने में बहुत मजा आया. ट्रंप ने इन प्रदर्शनकारियों को पागल और हमास हमदर्द बताते हुए कहा कि हमें अमेरिका में जिहाद की जरूरत नहीं है.
'हमें अमेरिका में जिहाद नहीं चाहिए'
2024 के राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लकिन पार्टी की ओर से उम्मीदवार ट्रंप ने कहा कि क्या किसी भी परिस्थिति में हमें गाजा जैसे हमास नियंत्रित आतंकी गढ़ से हजारों शरणार्थियों को अमेरिका लाना चाहिए. हम ये नहीं कर सकते. हमें अपना देश भी चलाना है. ये देश अच्छा रहना चाहिए. हमारा देश संकट में है.
ट्रंप ने कहा कि अगर हम ये चुनाव नहीं जीते, मुझे नहीं लगता कि हमारा देश बचेगा. मैंने कभी ये सार्वजनिक तौर पर स्वीकार नहीं किया. लेकिन मुझे लंबे समय से ऐसा महसूस हो रहा था. मुझे सच में लगता है कि हमारा देश नहीं बचेगा. ऐसे बहुत सारे मुस्लिम देश हैं, जिनका हमें सामना करना है. हमें अमेरिका में जिहाद नहीं चाहिए. हम नहीं चाहते कि हमारे महान शहर आतंकवाद का गढ़ बन जाएं.
ट्रंप ने कहा कि एक बार राष्ट्रपति बन जाने के बाद मैं दोबारा ट्रैवल बैन पर काम करूंगा, शरणार्थियों के अमेरिका के आने पर रोक लगेगी और आतंकियों को इस देश से दूर रखा जाएगा.