एनसिल संभालेगी सभी आईआरएस एपग्रह डेटा और उत्पादों की जिम्मेदारी
लोकसभा चुनाव के दौरान डीपफेक वीडियो के प्रसार के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दायर
तेलंगाना के तीन सबसे अमीर उम्मीदवार चेवेल्ला में आमने-सामने
बेंगलुरु
‘द न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड’(एनसिल) ने कहा है कि वह सभी भारतीय दूर संवेदी उपग्रह (आईआरएस) आंकड़ों और उत्पादों का जिम्मा संभालेगी।
एनसिल भारत सरकार का एक सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है और अंतरिक्ष विभाग के अधीन है। यह भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की वाणिज्यिक शाखा है, जिसकी प्राथमिक जिम्मेदारी भारतीय उद्योगों को उच्च प्रौद्योगिकी अंतरिक्ष से संबंधित गतिविधियों को शुरू करने में सक्षम बनाना है और यह भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम से जुड़े उत्पादों और सेवाओं के प्रचार और वाणिज्यिक दोहन के लिए भी जिम्मेदार है।
एनसिल ने कहा कि भूनिधि डेटा प्रसार मंच बना रहेगा।
एनसिल ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा,‘‘ एक मई 2024 से आईआरएस उपग्रह डेटा और उत्पादों के संबंध में सभी व्यावसायिक गतिविधियां एनसिल संभालेगी, वहीं भूनिधि डेटा प्रसार मंच बना रहेगा।’’
लोकसभा चुनाव के दौरान डीपफेक वीडियो के प्रसार के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दायर
नई दिल्ली,
मौजूदा लोकसभा चुनाव के दौरान डीपफेक वीडियो के प्रसार के खिलाफ एक याचिका का दिल्ली उच्च न्यायालय में उल्लेख किया गया।
मुख्य न्यायाधीश मनमोहन और न्यायमूर्ति मनमीत पी एस अरोड़ा की पीठ बृहस्पतिवार को सुनवाई के लिए इस मामले को सूचीबद्ध करने पर सहमत हुई, बशर्ते याचिका सही रूप में हो।
तत्काल सुनवाई के लिए इस अर्जी का उल्लेख करते हुए वरिष्ठ वकील जयंत मेहता ने कहा कि यह याचिका वकीलों के संगठन ने दायर की है और गुजारिश की है कि निर्वाचन आयोग को चुनाव के दौरान डीपफेक वीडियो के प्रसार पर रोक लगाने का निर्देश दिया जाए।
इस याचिका पर तत्काल सुनवाई की जरूरत को स्पष्ट करते हुए मेहता ने कहा कि चुनाव जारी है तथा डीपफेक वीडियो फैलाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस संबंध में वकीलों के संगठन ने निर्वाचन आयोग को भी आवेदन दिया है।
पीठ ने कहा कि सोशल मीडिया मंचों के पास अब शिकायत निवारण अधिकारी होते हैं, ऐसे में क्या याचिकाकर्ताओं ने उनसे संपर्क किया है कि नहीं।
मेहता ने कहा कि वे लोग जो कुछ कर सकते थे, उन्होंने किया है।
उन्होंने कहा कि जब तक कार्रवाई की जाती है और वीडियो हटाये जाते हैं तब तक नुकसान हो चुका होता है क्योंकि कार्रवाई का समय 24 से 48 घंटे होता है।
पीठ ने कहा कि वह बृहस्पतिवार को इस मुद्दे की पड़ताल एवं सुनवाई करेगी।
तेलंगाना के तीन सबसे अमीर उम्मीदवार चेवेल्ला में आमने-सामने
हैदराबाद
तीन मुख्य राजनीतिक दलों के सबसे अमीर उम्मीदवार तेलंगाना के चेवेल्ला लोकसभा क्षेत्र में एक दिलचस्प मुकाबले में हैं।
4,568 करोड़ रुपये की पारिवारिक संपत्ति के साथ भाजपा के कोंडा विश्वेश्वर रेड्डी राज्य के 17 लोकसभा क्षेत्रों के सभी उम्मीदवारों में सबसे अमीर हैं।
दूसरे सबसे अमीर उम्मीदवार, कांग्रेस के जी रंजीत रेड्डी भी चेवेल्ला से चुनाव लड़ रहे हैं। उनकी पारिवारिक संपत्ति 435.49 करोड़ रुपये है।
कांग्रेस के टिकट पर पहले असफल रूप से चुनाव लड़ने वाले कोंडा विश्वेश्वर रेड्डी की संपत्ति में पांच वर्षों में 410 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, यह उनके नामांकन के साथ दाखिल हलफनामे से पता चलता है।
2019 में कोंडा विश्वेश्वर रेड्डी ने 895 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की थी। 2014 में बीआरएस टिकट पर चेवेल्ला से लोकसभा के लिए चुने गए टेक उद्योगपति के पास 528 करोड़ रुपये की पारिवारिक संपत्ति थी। उनकी पत्नी के. संगीता रेड्डी, अपोलो अस्पताल की संयुक्त प्रबंध निदेशक हैं।
जी रंजीत रेड्डी 2019 में बीआरएस टिकट पर चेवेल्ला से चुने गए थे, लेकिन इस बार कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने पांच साल पहले 163.50 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की थी।
दिलचस्प बात यह है कि तीसरे सबसे अमीर उम्मीदवार कसानी ज्ञानेश्वर भी चेवेल्ला से अपनी चुनावी किस्मत आजमा रहे हैं। वो बीआरएस से चुनावी मैदान में हैं। कसानी ज्ञानेश्वर की पारिवारिक संपत्ति 228.47 करोड़ रुपये है।
आठ उम्मीदवारों के पास 100 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है। इनमें से चार भाजपा से और तीन बीआरएस से हैं।
जी रंजीत रेड्डी राज्य में एकमात्र कांग्रेस उम्मीदवार हैं जिनके पास 100 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है।
भाजपा की के. माधवी लता, जो हैदराबाद से चुनाव लड़ रही हैं, 221.40 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ चौथी सबसे अमीर उम्मीदवार हैं।
खम्मम से दोबारा चुनाव लड़ रहे बीआरएस के नामा नागेश्वर राव 155.90 करोड़ रुपये की संपत्ति के मालिक हैं।
बीबी पाटिल, जो जहीरबाद से बीआरएस के टिकट पर चुने गए थे, लेकिन हाल ही में भाजपा में शामिल हुए, उनकी संपत्ति 151.69 करोड़ रुपये है। 2019 में उनकी संपत्ति 128.78 करोड़ रुपये थी।
भोंगिर से बीआरएस उम्मीदवार क्यामा मल्लेश के पास 145.34 करोड़ की संपत्ति है।
भाजपा के अरविंद धरमपुरी के पास 109.89 करोड़ की संपत्ति है। 2019 में उनके पास 87.69 करोड़ रुपये की संपत्ति थी। वह वर्तमान में निज़ामाबाद से चुनाव लड़ रहे हैं।
नलगोंडा से बीआरएस उम्मीदवार के कृष्णा रेड्डी ने 83.66 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है, जबकि जहीराबाद से बीआरएस उम्मीदवार गली अनिल कुमार के पास 82.92 करोड़ रुपये की संपत्ति है।
बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डीके अरुणा, जो महबूबनगर से चुनाव लड़ रही हैं, 66.75 करोड़ रुपये की संपत्ति की मालिक हैं।
तेलंगाना में 13 मई को चुनाव है और यहां सभी 17 लोकसभा सीटों के लिए 525 उम्मीदवार मैदान में हैं।