सेबी ने संयुक्त म्यूचुअल फंड खातों के लिए किसी को नामित करना किया वैकल्पिक
हुंदै की बिक्री अप्रैल में 9.5 प्रतिशत बढ़कर 63,701 इकाई
टोयोटा की अप्रैल में बिक्री 32 प्रतिशत बढ़कर 20,494 इकाई
नई दिल्ली
पूंजी बाजार नियामक सेबी ने कारोबार सुगमता को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त रूप से रखे जाने वाले म्यूचुअल फंड खातों के लिए किसी व्यक्ति को नामित करना वैकल्पिक बना दिया है।
इसके अलावा, सेबी ने ‘फंड हाउस’ को जिंस और विदेशी निवेश की निगरानी के लिए एक ही ‘फंड मैनेजर’ रखने की अनुमति दी है। इससे उसके प्रबंधन की लागत कम होगी।
सेबी ने यह कदम उसके द्वारा गठित एक कार्य समूह द्वारा म्यूचुअल फंड विनियमों की समीक्षा करने तथा कारोबार को आसान बनाने के लिए उपायों की सिफारिश करने के बाद उठाए हैं।
कार्य समूह की सिफारिश के आधार पर एक सार्वजनिक परामर्श किया गया, जिसमें संयुक्त म्यूचुअल फंड खातों में किसी को नामित करने को वैकल्पिक बनाने और ‘फंड हाउस’ को जिंस तथा विदेशी निवेशों की देखरेख के लिए एक ही फंड मैनेजर रखने की अनुमति देने का विकल्प सुझाया गया।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने एक परिपत्र में कहा, ‘‘तदनुसार यह निर्णय लिया गया है कि संयुक्त म्यूचुअल फंड फोलियो में किसी को नामित करना वैकल्पिक होगा।’’
विशेषज्ञों का मानना है कि संयुक्त धारकों के लिए किसी को नामित करने की आवश्यकताओं में छूट फायदेमंद होगी। इससे जीवित सदस्य नामित माना जाएगा जिससे नामांकन की प्रक्रिया सुगम बनेगी।
नियामक ने सभी मौजूदा व्यक्तिगत म्यूचुअल फंड धारकों के लिए किसी व्यक्ति को नामित करने की आखिरी तारीख 30 जून 2024 तय की है। यदि वे इसका पालन करने में विफल रहते हैं, तो उनके खाते निकासी के लिए ‘फ्रीज’ कर दिए जाएंगे।
एक अलग परिपत्र में नियामक ने फंड मैनेजर के संबंध में मौजूदा प्रावधान को आसान बनाने की जानकारी दी।
सेबी ने कहा कि जिंस आधारित कोष जैसे गोल्ड ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड), सिल्वर ईटीएफ और जिंस बाजार में भाग लेने वाले अन्य फंड के लिए समर्पित फंड मैनेजर की नियुक्ति वैकल्पिक होगी। साथ ही, विदेशी निवेश करने के लिए भी समर्पित फंड मैनेजर की नियुक्ति वैकल्पिक होगी।
घरेलू और विदेशी/जिंस फंड के लिए एक फंड मैनेजर की नियुक्ति का मकसद उसके प्रबंधन की लागत को कम करना है।
हुंदै की बिक्री अप्रैल में 9.5 प्रतिशत बढ़कर 63,701 इकाई
नई दिल्ली
वाहन विनिर्माता कंपनी हुंदै मोटर इंडिया की थोक बिक्री अप्रैल में सालाना आधार पर 9.5 प्रतिशत बढ़कर 63,701 इकाई हो गई।वाहन विनिर्माता ने अप्रैल 2023 में 58,201 इकाइयों की बिक्री की थी।
घरेलू थोक बिक्री अप्रैल में एक प्रतिशत बढ़कर 50,201 इकाई हो गई, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 49,701 इकाई थी।
इस साल अप्रैल में निर्यात 59 प्रतिशत बढ़कर 13,500 इकाई हो गया, जबकि अप्रैल 2023 में यह 8,500 इकाई था।
हुंदै मोटर इंडिया के मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) तरुण गर्ग ने कहा कि कंपनी ने इस साल लगातार चौथे महीने 50,000 से अधिक की घरेलू बिक्री दर्ज की।
उन्होंने कहा कि क्रेटा, वेन्यू और एक्सटर जैसे मॉडल के दम पर एसयूवी खंड का घरेलू बिक्री में योगदान 67 प्रतिशत रहा।
टोयोटा की अप्रैल में बिक्री 32 प्रतिशत बढ़कर 20,494 इकाई
नई दिल्ली
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर की अप्रैल महीने में थोक बिक्री सालाना आधार पर 32 प्रतिशत बढ़कर 20,494 इकाई हो गयी।कंपनी ने अप्रैल 2023 में 15,510 इकाई बेची थी।
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने एक बयान में कहा कि परिचालन क्षमता, उत्पादकता और सुरक्षा को बनाए रखने के वास्ते मशीनरी तथा उपकरणों के रखरखाव के लिए छह अप्रैल से एक सप्ताह के रखरखाव बंद के बावजूद वृद्धि गति बरकरार रही।
कंपनी ने कहा कि पिछले महीने उसकी घरेलू बिक्री 18,700 इकाई रही, जबकि निर्यात कुल 1,794 इकाई रहा।
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के अध्यक्ष सबरी मनोहर ने कहा, ‘‘हमारी उत्पाद रणनीति विविध खंड के दम पर बाजार के साथ मजबूत संबंध को दर्शाती है।’’
मुथूट कैपिटल सर्विसेज ने वाणिज्यिक पत्र के जरिए 40 करोड़ रुपये जुटाए
नई दिल्ली
मुथूट कैपिटल सर्विसेज ने वाणिज्यिक पत्र जारी कर 40 करोड़ रुपये जुटाए हैं।
मुथूट कैपिटल सर्विसेज ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा, ‘‘कंपनी ने भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के तहत 30 अप्रैल 2024 को 40 करोड़ रुपये का वाणिज्यिक पत्र (सीपी) जारी किया।’’
वाणिज्यिक पत्र की अवधि 122 दिन होगी। परिपक्व होने की तिथि 30 अगस्त 2024 है।