अयोध्या
उत्तर प्रदेश समेत देश के लोकसभा चुनावी मैदान में अयोध्या राम मंदिर का मुद्दा अभी तक उस स्तर पर नहीं उठ पाया है, जिसकी उम्मीद की जा रही थी। राम मंदिर के मुद्दे को लेकर एक अलग माहौल बनाने की कोशिश लगातार की जाती रही है। प्रभु रामलला 80 के दशक से ही देश की चुनावी राजनीति को प्रभावित करते हैं।
500 सालों के बाद अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण और वहां रामलाल की प्राण-प्रतिष्ठा का मुद्दा जनवरी में जिस प्रकार से गरमाया। वक्त के साथ वह पीछे छूटता गया। हालांकि, लोकसभा चुनाव के मैदान में किसी भी दल की ओर से इसको बड़े स्तर पर नहीं उठाया गया। अब तक इस मुद्दे से तमाम विपक्षी दल बचते आ रहे थे। लेकिन, अब सूचना है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी अयोध्या में राम मंदिर में रामलला का दर्शन करने आ सकते हैं। इसने माहौल गरमा दिया है। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के राम मंदिर दर्शन के मुद्दे पर मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास की भी प्रतिक्रिया सामने आई है आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि राम मंदिर में सबका स्वागत है प्रभु श्री राम सबके हैं और जो यहां पर आएगा उन्हें उचित सम्मान मिलेगा।
चुनावी मैदान में उतरने से पहले राम का सहारा
राहुल गांधी के एक बार फिर अमेठी से चुनावी मैदान में उतरने की चर्चा है। वहीं, रायबरेली से प्रियंका गांधी वाड्रा पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ सकती हैं। इन दोनों सीटों पर पांचवें चरण के तहत चुनाव होना है। ऐसे में माना जा रहा है कि पांचवें चरण की चल रही नामांकन प्रक्रिया को लेकर अगले दो से तीन दिनों में राहुल-प्रियंका की यूपी में सक्रियता बढ़ सकती है। दोनों नेता इस क्रम में अयोध्या राम मंदिर दर्शन की प्लानिंग बना सकते हैं। इस प्रकार सुगबुगाहट ने राजनीतिक माहौल खासा गरमा दिया है।
मुख्य पुजारी की आई प्रतिक्रिया
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के अयोध्या राम मंदिर के दौरे पर गरमाई राजनीति के बीच रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बड़ी बात कही है। महंत सत्येंद्र दास ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के अयोध्या के राम मंदिर दौरे की खबरों पर कहा कि उन्होंने पहले भी घोषणा की थी, लेकिन नहीं आए। अब आ रहे हैं तो आने दीजिए। राम मंदिर में सबका स्वागत है। उनका भी स्वागत किया जाएगा। भगवान राम के दरबार में जो जिस प्रकार की भावना के साथ आते हैं, उन्हें उसी प्रकार का फल मिलता है। अगर वे आएंगे तो रामलला की ओर से उन्हें भी शुभकामनाएं और शुभ आशीर्वाद प्राप्त होगा।
स्मृति ईरानी ने लिया आशीर्वाद
अमेठी से भाजपा उम्मीदवार रविवार दोपहर रामलला के दरबार में पहुंची। उन्होंने भी प्रभु रामलला के दरबार में शीष नवाए। वे अमेठी से तीसरी बार चुनावी मैदान में हैं। 2014 में उन्हें राहुल गांधी से हार झेलनी पड़ी थी। लेकिन, 2019 के लोकसभा चुनाव में स्मृति ने राहुल गांधी को मात दे दी थी। अब वे तीसरी बार इस सीट पर जीत का गणित तलाश रही हैं। इसको लेकर उन्होंने रामलला के चरणों में शीश नवाया।
रामलला का मुद्दा गरमाने की उम्मीद
राहुल और प्रियंका के अयोध्या आने की चर्चाओं के बीच रामलला का मुद्दा चुनावी मैदान में उभर गया है। पीएम नरेंद्र मोदी जनसभाओं में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का मुद्दा उठाते रहे हैं। इससे विपक्षी नेताओं की दूरी को भी सवालों के घेरे में लाते रहे हैं। अब राहुल-प्रियंका राम मंदिर जाते हैं तो राम मंदिर एक बार फिर चर्चा में आएगा। भापजा इसे बड़े मुद्दे के रूप में उठाएगी। अगर राहुल-प्रियंका इतनी चर्चा के बीच भी राम मंदिर नहीं जाते हैं तो फिर इसे तुष्टीकरण के रूप में पेश किया जा सकता है।