कन्नौज
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश की कन्नौज लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से पर्चा भर दिया है. उनका मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के सुब्रत पाठक से होगा. अखिलेश यादव के इस सीट पर उतरने से मुकाबला कड़ा हो गया है.
सपा अध्यक्ष ने जब कन्नौज से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया तो उनके साथ चाचा रामगोपाल यादव भी मौजूद रहे. अखिलेश यादव के आने से अब ये सीट हाई प्रोफाइल बन गई हैं. जिसके बाद यहां से बीजेपी की जीत उतनी आसान नहीं रही है. वहीं दूसरी तरफ बीजेपी उम्मीदवार सुब्रत पाठक ने भी अपना नामांकन दाखिल कर दिया है.
नामांकन करने से पहले अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर अपनी दो तस्वीरें शेयर भी की. यह तस्वीर उस वक्त की है जब अखिलेश ने पहली बार नामांकन किया था. इन तस्वीरों के शेयर करते हुए अखिलेश ने लिखा, 'फिर इतिहास दोहराया जाएगा, अब नया भविष्य बनाया जाएगा.'
अखिलेश के नामांकन से पहले बीजेपी प्रत्याशी सुब्रत पाठक ने इस चुनाव को भारत बनाम पाकिस्तान का मैच बताया. सुब्रत पाठक का कहना है कि जब तेज प्रताप को उम्मीदवार बनाया गया था तब ये मुकाबला एकतरफा था लेकिन अब बराबर की टक्कर होगी. उन्होंने कहा कि अगर तेज प्रताप के साथ मैच होता तो भारत बनाम नेपाल के क्रिकेट मैच जैसा होता अब मैच भारत बनाम पाकिस्तान जैसा होगा.'
अखिलेश यादव के कन्नौज में नामांकन से पहले चाचा शिवपाल ने दिया आर्शीवाद, कहा- 'विजय भव: सर्वदा'
सुब्रत पाठक ने कहा कि रामगोपाल यादव की पार्टी लूट और आतंकवाद को बदावा देती है. इनकी सोच पाकिस्तानी है. यह लडाई कन्नौज और बाहरी की है. मैं कन्नौज का हूं. वहीं दूसरी तरफ सपा नेता शिवपाल यादव ने दावा किया कि अखिलेश यादव बड़े अंतर से इस चुनाव को जीतेंगे. उन्होंने कहा कि अखिलेश और डिंपल यहां से पहले भी चुनाव जीत चुके हैं.
कन्नौज लोकसभा सीट सपा का गढ़ रही है. लेकिन 2019 में सुब्रत पाठक ने इस सीट से डिपंल यादव को चुनाव हरा दिया था. जिसके बाद बीजेपी ने इस बार भी उन्हें ही मैदान में उतारा है. इस सीट पर एमवाई समीकरण अहम भूमिका निभाता है.