दुबई
पिछले हफ्ते संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में हुई रिकॉर्ड तोड़ बारिश और बाढ़ ने भारी तबाही मचाई थी. इस बारिश के कारण दुबई शहर की कई जगहों में पानी भरा गया था.अब स्पेस एजेंसी नासा ने बाढ़ के बाद और बाढ़ के पहले की सैटेलाइट तस्वीरें जारी की हैं. इन तस्वीरों में दुबई में बारिश के असर को देखा जा सकता है.
केवल एक दिन में डेढ़ साल की बारिश के बराबर हुई इस बारिश ने रेगिस्तानी शहर को ठप कर दिया. पूरे पूर्वी क्षेत्रों में अचानक बाढ़ आ गई, जिससे परिवहन बाधित हो गया और सड़कें जलमग्न हो गईं.
19 अप्रैल को नासा के लैंडसैट 9 सैटेलाइट द्वारा खींची गई तस्वीरें बाढ़ के पानी के चलते बने बड़े- बड़े तालाबों को दिखा रही हैं. सैटेलाइट फोटोज में गहरे नीले रंग, पानी की उपस्थिति पर जोर देने के लिए फाल्स में हाइलाइट किए गए हैं.
तस्वीरों में से एक में दुबई से 35 किलोमीटर (22 मील) दक्षिण-पश्चिम में एक शहर जाबेल अली में भी बाढ़ दिखाई दे रही है. अंतरिक्ष से ली गई एक अन्य तस्वीर में संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबू धाबी में बाढ़ वाले इलाकों को दिखाया गया है, जिसमें शेख जायद रोड भी शामिल है. दुबई और अबू धाबी के बीच ये एक बहुत ही अहम सड़क है. खलीफा सिटी और जायद सिटी जैसे आवासीय क्षेत्र भी तूफान का खामियाजा भुगत रहे हैं, जहां तस्वीर में पानी के धब्बे दिखाई दे रहे हैं.
इंपीरियल कॉलेज लंदन के ग्रांथम इंस्टीट्यूट – जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण के फ्रेडरिके ओटो सहित विशेषज्ञों ने अभूतपूर्व बारिश को क्लाइमेट चेंज से जोड़ा है. ओटो ने कहा,'जब हम भारी बारिश की बात करते हैं, तो हमें क्लाइमेट चेंज के बारे में भी बात करनी होगी. क्लाउड सीडिंग पर ध्यान केंद्रित कर देना मिसलीड करता है.'
उन्होंने आगे कहा, क्लाउड सीडिंग किसी भी चीज़ से बादल नहीं बना सकती है जो पानी बरसा दे . सबसे पहले, आपको नमी की आवश्यकता होती है. इसके बिना बादल नहीं होंगे. भले ही क्लाउड सीडिंग ने दुबई के चारों ओर बादलों को पानी गिराने के लिए प्रोत्साहित किया हो, लेकिन मैन मेड क्लाइमेट चेंज के कारण वायुमंडल में बादल बनने के लिए अधिक पानी होने की संभावना है.ओटो ने चेतावनी दी, 'अगर लोग तेल, गैस और कोयला जलाना जारी रखेंगे, तो क्लाइमेट गर्म होता रहेगा, भारी बारिश होती रहेगी और लोग बाढ़ में अपनी जान गंवाते रहेंगे.'