दौसा.
दौसा जिले में स्थित उत्तरी भारत के प्रमुख धार्मिक स्थल मेहंदीपुर बालाजी में मंगलवार को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ बालाजी महाराज का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। इसे लेकर धार्मिक नगरी में विशेष सजावट के साथ हनुमान जी की बाल स्वरूप झांकियों का चित्रण किया गया है। अपने-अपने राम कथा सुनने के दौरान कुमार विश्वास बोले कि राम पर कोई शंका करे तो बुरा मत मानो, जमाना ही ऐसा आ गया है।
दौसा जिले के मेहंदीपुर बालाजी मंदिर परिसर क्षेत्र सहित आसपास क्षेत्र के करीब पांच किलोमीटर एरिया में बालाजी मंदिर ट्रस्ट की ओर से विशेष सजावट की गई है। जिसे देखने के लिए आसपास ग्रामीण क्षेत्रों सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मेहंदीपुर बालाजी पहुंच रहे हैं। वहीं हनुमान जन्मोत्सव के पावन पर्व को यादगार बनाने के लिए बालाजी मंदिर ट्रस्ट की ओर से अपने-अपने राम संगीतमय कथा का आयोजन चल रहा है। कवि कुमार विश्वास ने अपने-अपने राम कथा का वाचन किया जा रहा है। आज से शुरू हुआ दो दिवसीय राम कथा का आयोजन मंगलवार शाम तक होगा। इस दौरान मंगलवार को दोपहर साढ़े 3 बजे से शाम साढ़े 6 बजे तक अपने-अपने राम कथा का संगीत के साथ कथावाचन हुआ। इधर राम कथा के दौरान हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने अपने अपने राम कथा का कुमार विश्वास के मुख से सुना, महंत नरेशपुरी, कवि कुमार विश्वास, राज्यपाल कलराज मिश्र सहित देश के प्रसिद्ध संतों ने दीप प्रज्ज्वलित कर कथा की विधिवत शुरुआत की।
राम पर कोई शंका करे तो बुरा मनाने की जरूरत नहीं
कवि कुमार विश्वास ने राम कथा मे कहा- अगर कोई राम पर शंका करे तो उसका बुरा मत मानना। बहुत से लोग राम पर शंका करते हैं। आजकल राजनीति में अक्सर राम प्रयोग में लिए जाते हैं। राजनीति में कभी राम पर शंका की जाती है, कभी प्रश्नचिह्न खड़ा किया जाता है। उन्होंने राजनीतिक लोगों का नाम लिए बिना कहा कि बिहार के व्यक्ति का नाम भगवान शंकर के नाम पर था। वो कहते थे कि राम हुए ही नहीं। वहीं दक्षिण में भी एक बालक कहता है कि राम जी हुए ही नहीं, जबकि उसके दादाजी का नाम भगवान राम का पर्यायवाची नाम करुणानिधि है, लेकिन पोता कहता है राम जी हुए ही नहीं। इसलिए राम पर कोई शंका करे तो बुरा मनाने की जरूरत नहीं है।
राजाओं के लड़कों की आदत होती है शंका करने की
कवि कुमार विश्वास ने नेता का नाम लिए बिना निशाना साधते हुए कहा कि राम पर शंका अक्सर तथाकथित बड़े लोग करते हैं। देवताओं में एक बड़ा आदमी इंद्र है। जो लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं में देवताओं का राजा है। उसका एक लड़का जयंत है। उसने भी भगवान राम पर शंका की थी। मैं कोई राजनीतिक बात नहीं कह रहा हूं। राजाओं के लड़कों की आदत होती है कि वो राम पर शंका करते हैं। इसलिए भगवान इंद्र के बेटे जयंत ने भी राम पर शंका की थी। ऐसे में ध्यान रखने वाली बात ये है कि राम पर शंका वही करेंगे, जिनकी एकमात्र योग्यता ये है कि वो बड़े खानदान में पैदा हुए हैं। इसी मौके पर मंगलवार सुबह हनुमान जन्मोत्सव के उपलक्ष में बालाजी मंदिर में महाआरती का आयोजन किया जाएगा। लेकिन महाआरती से पहले पीठाधीश्वर महंत डॉक्टर नरेशपुरी महाराज बालाजी महाराज की स्वयंभू प्रतिमा का पंचामृत से अभिषेक कराएंगे। वहीं बालाजी महाराज की प्रतिमा का स्वर्ण शृंगार किया जाएगा। इसके बाद महाआरती का आयोजन किया जाएगा। साथ ही महाआरती के बाद बालाजी महाराज को छप्पनभोग प्रसादी वितरण का आयोजन भी होगा।