सिरोही.
यूनाइटेड प्राइवेट क्लिनिक्स एंड हॉस्पिटल्स एसोसिएशन ऑफ राजस्थान (उपचार) की सिरोही शाखा ने अस्पतालों से बायोवेस्ट कलेक्शन नहीं होने के कारण निर्णय लिया है कि यदि समय से समस्या का निराकरण नहीं किया गया तो निजी अस्पताल संचालक मतदान का बहिष्कार करते हुए वोट नहीं डालेंगे।
उपचार के जिला अध्यक्ष डॉ. कमल बंसल ने कहा कि जिले में प्राइवेट अस्पतालों से बीते 21 दिन से बायोवेस्ट का कलेक्शन नहीं हो रहा है। ऐसे में अस्पताल संचालकों के लिए इसके निस्तारण को लेकर समस्या उत्पन्न हो गई है। इस मामले में नगरपालिका प्रशासन और चिकित्सा विभाग द्वारा भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसलिए अस्पताल संचालकों ने आगामी 26 अप्रैल को मतदान के बहिष्कार का निर्णय लिया गया है। वे रविवार दोपहर यहां तरतोली रोड स्थित लाइफ केयर हॉस्पिटल में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
डॉ. बंसल का कहना है कि सिरोही जिले में स्थित निजी अस्पतालों से बायो मेडिकल वेस्ट का कलेक्शन, परिवहन, ट्रीटमेंट एवं निस्तारण का कार्य बीते कई सालों से उदयपुर की एक फर्म द्वारा किया जा रहा था। इसकी एवज में शुल्क भी वसूला जा रहा था। गत 1 अप्रैल 2024 को इस फर्म द्वारा बिना किसी पूर्व सूचना के बायो मेडिकल वेस्ट का संग्रहण कार्य को बंद कर दिया गया एवं जालौर फर्म से संपर्क करने के लिए कहा गया। जालौर फर्म पर मनमानी का आरोप लगाते हुए बंसल का कहना था कि इससे अस्पतालों एवं लेबों के बायो मेडिकल वेस्ट का निस्तारण नहीं हो पा रहा है।
उन्होंने मामले में नगरपालिका प्रशासन से बायो मेडिकल के लिए कोई जगह सुझाने का भी आग्रह किया ताकि कोई वैकल्पिक व्यवस्था होने तक इस कचरे को जमीन में गाड़ा जा सके लेकिन वहां से भी कोई जवाब नही मिला। सीएमएचओ को भी बार-बार बताने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर यही स्थिति रही तो जिले के सभी निजी अस्पतालों के संचालक आगामी 26 अप्रैल को मतदान का बहिष्कार करेंगे।