हनुमान जन्मोत्सव 23 अप्रैल को मनाया जाएगा। इस दिन त्रेता युग की तरह अंजनी पुत्र के जन्म जैसा मंगलकारी संयोग बन रहा है। चैत्र पूर्णिमा पर संकट मोचन का प्रिय दिन मंगलवार रहेगा। स्वाति नक्षत्र के साथ साहस, बल और पराक्रम का प्रतीक वज्र योग बनेगा। ज्योतिर्विदों के अनुसार शास्त्रों में राम भक्त का जन्म चैत्र पूर्णिमा को मंगलवार के दिन होना बताया गया है।
पूर्णिमा तिथि मंगलवार को तड़के 3.25 से बुधवार तड़के 5.18 बजे तक रहेगी। ज्योतिर्विद् शिव प्रसाद तिवारी के अनुसार, हनुमान जन्मोत्सव मंगलवार को है। पौराणिक कथा के अनुसार उनका जन्म मंगलवार को हुआ था, इसलिए इस दिन पूजा का विशेष महत्व है। मीन राशि में पंचग्रही योग बन रहा है। मेष राशि में बुधादित्य, कुंभ राशि में शनि शश राजयोग का संयोग बनेगा।
पवन पुत्र शीघ्र प्रसन्न होने वाले देवता हैं। जन्मोत्सव पर उन्हें सिंदूरी चोला, बूंदी के लड्डू, पान का बीड़ा चढ़ाएं, चमेली के तेल का दीपक लगाकर हनुमान चालीसा का पाठ करें। कहते हैं जहां हनुमान चालीसा, सुंदरकांड, रामायण पाठ होता है, वहां बजरंगबली वायु रूप में उपस्थित होते हैं। गरीबों में अन्न बांटने से वे प्रसन्न होते हैं।
रणजीत हनुमान पहनेंगे काठियावाड़ी पोशाक
हनुमान जयंती पर इस बार रणजीत हनुमान मंदिर में भगवान को काठियावाड़ी पोषाक पहनाई जाएगी। इस बार गुजरात के गरबे के थीम पर मंदिर की सजावट होगी। पुजारी पं. दीपेश व्यास के अनुसार पुजारी और भक्त मंडल के सदस्य गुजराती वेशभूषा में होंगे। बाबा का अभिषेक पूजन होगा।