उमरिया
उमरिया जिले में पिछले लगभग डेढ़ महीने से सौ प्रतिशत मतदान के लिए तरह-तरह के आयोजन जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे थे। चालीस गांव में सौ प्रतिशत मतदान के लिए चुनौती चालीस का अभियान भी चलाया गया लेकिन इसके बावजूद पद्मश्री जोधइया बाई बैगा मतदान नहीं कर सकीं। बताया गया है कि अति वृद्धों को घर पर भी मतदान कराने की सुविधा दी गई थी लेकिन इसके बाद भी कोई मतदान दल जोधइया बाई के निवास पर नहीं पहुंच सका।
लकवा से हैं ग्रस्त जोधइया
जोधइया बाई बैगा पिछले लगभग तीन महीने से लकवा से ग्रस्त हैं और अपने निवास पर ही रहतीं हैं। उन्होंने अपना काम भी पूरी तरह से छोड़ दिया है। दरअसल वे बिस्तर से उठ नहीं पाती जिसकी वजह से वे काम करने में खुद को सहज महसूस नहीं करती। यही कारण है कि उनका काम उनसे छूट गया है। लाचारी की अवस्था में प्रशासन उनका बिल्कुल भी ख्याल नहीं रख पा रहा है। उनसे मतदान कराने के बारे में भी जिले के उन जागरूक लोगों की टीम ने बिल्कुल विचार नहीं किया जो समय-समय पर कलेक्टरों को अपनी सलाहें देते रहते हैं
बाहर से आकर किया मतदान
उमरिया जिले की दोनो विधानसभा क्षेत्र 89 बांधवगढ एवं 90 मानपुर में चुनौती 40 के तहत 40 मतदान केन्द्रों में शत प्रतिशत मतदान करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए ग्राम से जो मतदाता बाहर थे, उन्हें संबंधित बीएलओ द्वारा मतदान दिवस 19 अप्रैल की जानकारी देते हुए मतदान करने का आग्रह किया गया। उनकी मेहनत रंग लाई और मतदाताओ ने अपने-अपने मतदान केन्द्र पहुंचकर मतदान किया।
बैटरी डाउन होने से रुका मतदान
मानपुर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम मलियागुड़ा के केन्द्र क्रमांक 267 में दोपहर तीन बजे के बाद काफी देर तक मतदान रूका रहा। बताया गया है कि यहां ईव्हीएम की बैट्री डाउन हो गई थी जिसकी वजह से मशीन बंद पड़ गई। काफी देर बाद जब बैट्री बदली गई तब मतदान दोबारा चालू हो सका। इस दौरान गर्मी में मतदाताओं को मशीन चालू होने की प्रतीक्षा करनी पड़ी। हालांकि यहां शांतिपूर्ण ढंग से मतदान संपन्न कराया गया।