Home विदेश कंगाल पाक‍िस्‍तान में सऊदी अरब करेगा भारी निवेश

कंगाल पाक‍िस्‍तान में सऊदी अरब करेगा भारी निवेश

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इस्लामाबाद
 पाकिस्तान को बिगड़ती आर्थिक स्थिति के बीच सऊदी अरब से बड़ी मदद मिलने जा रही है। सऊदी अरब के पाकिस्तान में अलग-अलग प्रोजेक्ट में अरबों डॉलर के निवेश करने की संभावना बन रही है। पाकिस्तान ने सऊदी अरब के प्रतिनिधिमंडल के सामने उनकी प्रमुख चिंताओं को दूर करने की प्रतिबद्धता जताते हुए 32 अरब डॉलर के संभावित निवेश की 25 परियोजनाओं को पेश किया है। इन परियोजनाओं में प्रमुख खनन स्थलों और ग्वादर को जोड़ने वाला एक रेल लिंक भी शामिल है, जो 2 अरब डॉलर से बनकर तैयार होगा।

द न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, इस्लामाबाद ने बहुप्रतीक्षित डायमर भाषा बांध के लिए 1.2 बिलियन डॉलर के इक्विटी निवेश का प्रस्ताव रखा है। पाकिस्तान की ओर से एक लग्जरी फाइव स्टार होटल के लिए भी निवेश की मांग की गई है, जिसके लिए पूंजी विकास प्राधिकरण (सीडीए) की ओर से जमीन दी जाएगी। सैन्य और नागरिक पक्ष ने संयुक्त रूप से संचालित विशेष निवेश सुविधा परिषद (एसआईएफसी) ने मंगलवार को सऊदी प्रतिनिधिमंडल के सामने ये प्रस्ताव रखा है। एसआईएफसी ने इस दौरान सऊदी डेलीगेशन को बताया कि कैसे पाकिस्तान में निवेश उनके लिए फायदेमंद हो सकता है।

सऊदी प्रतिनिमंडल की चिंताओं को किया गया दूर

एसआईएफसी की ओर से निवेशकों को बताया गया कि इस मंच की स्थापना निवेश को प्रोत्साहित करने और व्यापक आर्थिक स्थिरता प्राप्त करने के लिए एक संयुक्त राजनीतिक और सैन्य पहल के रूप में की गई थी। पाकिस्तान की ओर से सऊदी प्रतिनिधिमंडल की ओर से जाहिर की गई चिंताओं के समाधान का भी भरोसा दिया है। एसआईएफसी की ओर से पेश की गई संभावित परियोजनाओं में इस्लामाबाद, लाहौर और कराची हवाई अड्डों की आउटसोर्सिंग, रूजवेल्ट होटल कॉर्प और पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस का विनिवेश शामिल है। सऊदी के सामने जो प्रोजेक्ट रखे गए हैं, उनमें प्रमुख खनन स्थलों और ग्वादर को जोड़ने वाले रणनीतिक रेल लिंक विकास के लिए 2 बिलियन डॉलर का संभावित निवेश भी है।

सऊदी प्रतिनिधिमंडल ने कहा है कि वे सऊदी अरामको से पाकिस्तान के अधिकारियों के साथ बातचीत शुरू करने के लिए कहेंगे ताकि यह पता चल सके कि ये परियोजनाएं कितनी व्यवहार्य और व्यावहारिक हैं। सऊदी सरकार उक्त परियोजनाओं पर बातचीत की सुविधा प्रदान करेगी। सऊदी अरब को प्रथम महिला बैंक की भी पेशकश की गई है। परियोजनाओं पर बातचीत तय होने और एमओयू पर हस्ताक्षर होने के बाद प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ रियाद का दौरा कर सकते हैं।