रीवा
एमपी में निजी स्कूलों की मनमानी पर कार्रवाई शुरू हो गई है। कई स्कूल सरकारी आदेशों का माखौल उड़ा रहे हैं। प्रशासन ने रीवा जिले में सख्त निर्देश दिए थे कि ड्रेस के अलावे बैग पर स्कूल का लोगो नहीं होगा। रीवा जिले के एक नामी स्कूल ने कलेक्टर के आदेश को नहीं माना। बैग पर स्कूल का लोगो था। इसके बाद रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल सिंह ने इस मामले में सख्त कार्रवाई की है। कार्रवाई ऐसी कि प्रिंसिपल की हेकड़ी निकल गई।
प्रिंसिपल का ऑफिस करवा दिया सीज
दरअसल, रीवा जिले में बिलाबॉन्ग स्कूल है। स्कूलों की मनमानी पर रीवा कलेक्टर ने यह आदेश दिए थे कि कोई भी निजी स्कूल ड्रेस के अलावे बैग पर अपने स्कूल का लोगो नहीं लगाएगा। बच्चे स्कूल के अलावे कहीं से भी बैग खरीद सकते हैं। वहीं, बिलाबॉन्ग स्कूल की तरफ से बच्चों को लोगो लगा हुआ बैग दिया जा रहा था। इसी शिकायत पर कलेक्टर ने कठोर कार्रवाई करते हुए स्कूल प्रिंसिपल का ऑफिस सील करवा दिया है।
रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल सिंह ने कहा है कि निजी स्कूलों को उनकी स्कूल ड्रेस के अलावा किसी अन्य सामग्री पर स्कूल का नाम अथवा लोगो अंकित न करने के आदेश दिए गए हैं। इस आदेश का पालन न करने और स्कूल का नाम लिखे लोगो लगे बैगों की बिक्री करते पाए जाने पर कार्रवाई की गई है। बिलाबॉन्ग स्कूल चोरहटा रीवा के प्रिंसिपल का कक्ष और ऑफिस सीज किया गया।
प्रिंसिपल ऑफिस में मिले थे कई बैग
दरअसल, बताया जा रहा है कि शहर स्थित कुछ किताब दुकानों में स्कूल के लोगो लगे बैग बिक रहे थे। इसके बाद टीम ने छापेमारी की थी। वहां से मिले सुराग के बाद प्रशासन की टीम स्कूल पहुंची। यहां प्रिसिंपल ऑफिस की तलाशी ली तो स्कूल के लोगो लगे कई बैग मिले। इसके बाद उनके ऑफिस को सील किया गया है। साथ ही पुलिस ने स्कूल संचालकों को नोटिस जारी किया है।