गर्मियों ने दस्तक दे दी है और बढ़ती गर्मी के साथ, बढ़ते डेंगू के केस भी देखने को मिलेंगे। किसी भी बीमारी से बचने के लिए आपकी इम्यूनिटी का स्ट्रांग होना बहुत जरूरी है। लेकिन, ध्यान रखते हुए भी अक्सर लोग बीमारी के चपेट में आ ही जाते हैं। डेंगू का बुखार सामान्य बुखार से गंभीर होता है।
डेंगू के इलाज में सही मेडिकेशन के साथ कुछ घरेलू उपचार भी बहुत काम आते हैं। जो मरीज को स्थिति को गंभीर होने से बचा सकते हैं। आइए, जानते हैं कुछ ऐसे ही घरेलू उपचारों के बारे में, जो डेंगू के बुखार को कम करेंगे।
गिलोय
डेंगू के इलाज में गिलोय को काफी फायदेमंद माना जाता है और यह तेज बुखार को कम के लिए एक अच्छी औषधि है। यह मेटाबोलिज्म और इम्युनिटी दोनों के लिए ही अच्छा हैं। गिलोय को अमृत, गुडूची या तिनोस्पोरा के रूप में भी जाना जाता है और इसका भारतीय आयुर्वेदिक चिकित्सा में एक प्रमुख स्थान है। इसमें एंटीवायरल गुण पाए जाते हैं और इससे प्लेटलेट काउंट भी बढ़ते हैं।
तुलसी
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की एक रिपोर्ट के अनुसार तुलसी को इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए बेहतरीन औषधि मानी जाती है। इसके पत्तों में बुखार को कम करने और शरीर को मजबूत बनाने वाले गुण होते हैं। इसके सेवन के लिए एक कप पानी में कुछ तुलसी के पत्ते उबाल लें और फिर इसे ठंडा कर के पिएं।
अदरक और शहद
डेंगू के बुखार में अदरक के रस में शहद मिलाकर पीने से बुखार में राहत मिल सकती है। अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं और शहद में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर के विभिन्न रोगों को, बुखार को, दर्द और सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं।
हल्दी
हल्दी में एंटीसेप्टिक और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर में होने वाले इन्फेक्शन को खत्म करते हैं। हल्दी का सेवन मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में लाभदायक माना जाता है और डेंगू में भी इसके काफी फायदे देखे गए हैं। इसके लिए आप दूध में थोड़ी सी हल्दी मिला कर मरीज को पिलाएं।
मेथी के दाने
डेंगू बुखार के घरेलू उपचार में मेथी दाना भी काफी प्रभावी माना जाता है। मेथी दाने में एंटी-इन्फ्लेमेटरी, एंटी.ऑक्सीडेंट और एंटी.बैक्टीरियल गुण होते हैं। जो डेंगू जैसे वायरल बुखार के इलाज में सहायक हो सकते हैं।