नई दिल्ली
लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण के मतदान में अब महज नौ दिन शेष रहे गए हैं। सभी राजनीतिक पार्टियां अपने प्रत्याशी की जीत के लिए एंड़ी-चोटी का जोर लगा रही हैं। वहीं नैनीताल-ऊधमसिंह नगर संसदीय सीट पर जीत के गणित में ऊधमसिंह नगर जिले के वोटर हार-जीत में निर्णायक होंगे। इस सीट पर ऊधमसिंह नगर जिले के नौ विधानसभा क्षेत्र और नैनीताल जिले के पांच विधानसभा क्षेत्र आते हैं। ऐसे में ऊधमसिंह नगर जिले के वोटर इस सीट पर निर्णायक भूमिका में हैं और स्थिति यह है कि ऊधमसिंह नगर जिले के महिला वोटरों की संख्या ही करीब-करीब नैनीताल सीट के कुल वोटरों के बराबर है।
वहीं पिछले लोकसभा चुनाव में इस संसदीय सीट में महिलाओं का मतदान प्रतिशत दस विधानसभा सीटों पर पुरुषों से अधिक रहा था। ऐसे में महिलाएं इस सीट पर हार-जीत में निर्णायक भूमिका निभा सकती हैं। नैनीताल-ऊधमसिंह नगर लोकसभा सीट 2008 में परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई थी। इससे पूर्व तक यह नैनीताल लोकसभा सीट हुआ करती थी। इसी सीट पर ऊधमसिंह नगर जिले में जसपुर, बाजपुर, काशीपुर, गदरपुर, रुद्रपुर, किच्छा, सितारगंज, नानकमत्ता और खटीमा विधानसभा क्षेत्र आते हैं। जबकि नैनीताल जिले में लालकुआं, भीमताल, नैनीताल, हल्द्वानी और कालाडूंगी विधानसभा क्षेत्र आते हैं।
नैनीताल जिले के कुल पांच विधानसभा क्षेत्रों के कुल वोटरों की संख्या 67,8,202 है। जबकि अकेले ऊधमसिंह नगर जिले में सिर्फ महिला वोटरों की संख्या 643376 है। ऐसे में नैनीताल जिले के कुल वोटरों और ऊधमसिंह नगर जिले की महिला वोटरों के बीच सिर्फ 34,826 वोटों का फासला है। इस लिहाज से देखा जाए तो इस सीट में ऊधमसिंह नगर जिले की महिला वोटर बहुत निर्णायक भूमिका में होंगी। नैनीताल जिले में महिला वोटरों की संख्या 3,25,260 है। वहीं पूरी संसदीय सीट में कुल पुरुष मतदाताओं की संख्या 10,47,118 है। जबकि महिला वोटरों की संख्या 96,8,626 है। ऐसे में पुरुष मतदाता और महिला मतदाताओं के बीच का अंतर महज 78,492 है। वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनाव की बात करें तो इस संसदीय सीट में 14 विधानसभा क्षेत्रों में से दस विधानसभा क्षेत्रों में महिला मतदाताओं का मत प्रतिशत पुरुषों से अधिक था। काशीपुर, बाजपुर, सितारगंज और हल्द्वानी में ही पुरुष मतदाताओं का मतदान प्रतिशत में महिलाओं से अधिक था। ऐसे में आगामी लोकसभा चुनाव में भी अगर पिछले बार की तरह महिला मतदाता बढ़चढ़कर मतदान में भागीदारी करती हैं तो हार-जीत के समीकरण तय करने में महिलाएं ही निर्णायक भूमिका में होंगी।
रुद्रपुर पहले, कालाडूंगी दूसरे और तीसरे नंबर पर काशीपुर में सबसे अधिक महिला वोटर
नैनीताल-ऊधमसिंह नगर संसदीय सीट में रुद्रपुर विधानसभा सीट पर सबसे अधिक महिला मतदाता हैं। रुद्रपुर विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक 95,809 महिला मतदाता हैं। जबकि दूसरे नंबर पर कालाडूंगी विधानसभा क्षेत्र आता है। यहां 89,338 महिला मतदाता हैं। जबकि तीसरे नंबर पर महिला मतदाताओं की सबसे अधिक संख्या काशीपुर विधानसभा क्षेत्र में है। यहां 83,770 महिला मतदाता हैं।
मुकाबला नजदीकी हुआ तो पोस्टल बैलेट भी पलट सकते हैं बाजी
आगामी लोकसभा चुनाव में पोस्टल बैलेट की भूमिका भी अहम होगी। पिछले लोकसभा चुनाव में नैनीताल-ऊधमसिंह नगर संसदीय सीट पर 9246 मतदाताओं ने पोस्टल बैलेट के माध्यम से वोटिंग की थी। ऐसे में अगर इस बार मुकाबला नजदीकी हुआ तो पोस्टल बैलेट भी बाजी पटलने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी उदयराज सिंह ने बताया कि इस बार पोस्टल बैलेट से मतदान को बढ़ाने के लिए भी प्रयास किए गए हैं। इस बार ऊधमसिंह नगर जिले में 85 प्रतिशत मतदान का लक्ष्य रखा गया है। पिछले चुनाव में करीब 72 फीसदी मतदान हुआ था।
नैनीताल-ऊधमसिंह नगर जिले में 55 थर्ड जेंडर भी वोटर
नैनीताल-ऊधमसिंह नगर जिले में कुल 55 थर्ड जेंडर भी मतदाता हैं। ऊधमसिंह नगर जिले में 40 और नैनीताल जिले में 15 थर्ड जेंडर मतदाता हैं। सबसे अधिक थर्ड जेंडर मतदाता हल्द्वानी और जसपुर विधानसभा क्षेत्र में 7-7 हैं।