भोपाल
राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) में हुए घोटाले को लेकर भोपाल पुलिस ने पूर्व कुलपति सुनील कुमार गुप्ता को रायपुर से गिरफ्तार कर लिया है। तत्कालीन रजिस्ट्रार राकेश सिंह राजपूत और वित्त नियंत्रक ऋषिकेश वर्मा के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी है। पिछले 37 दिन से फरार तत्कालीन कुलपति सुनील कुमार गुप्ता, रजिस्ट्रार राकेश कुमार राजपूत और वित्त नियंत्रक ऋषिकेश वर्मा की संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई की जानी है।
क्या है मामला?
तीन मार्च को कुलपति सुनील गुप्ता, रजिस्ट्रार राकेश सिंह और तत्कालीन वित्त नियंत्रक ऋषिकेश वर्मा और बैंक मैनेजर मयंक कुमार के खिलाफ वर्तमान प्रभारी रजिस्ट्रार मोहन सेन ने गांधी नगर थाना में मामला दर्ज कराया था। उक्त लोगों के खिलाफ 19.48 करोड़ रुपये से ज्यादा के लेनदेन का आरोप है।सुनील कुमार, राकेश सिंह और ऋषिकेश वर्मा, मयंक पर आरोप है कि करोड़ों की राशि को सभी ने अपने निजी खाते में ट्रांसफर किया है।
तीन आरोपी पहले हो चुके गिरफ्तार
इस मामले में आरोपी कुमार मयंक, तत्कालीन एक्सेस बैक मैनेजर रामकुमार रघुवंशी, दलित संघ सुहागपुर के सदस्य सुनील रघुवंशी को गिरफ्तार किया गया है। मयंक से 6 लाख 60 हजार रुपये बरामद हुए हैं। इसके अलावा दो आरोपियों के खातों में जमा करीब 52 लाख रुपये फ्रीज किए हैं। रामकुमार, सुनील रघुवंशी पुलिस रिमाण्ड पर हैं। पुलिस इस मामले में शेष दो फरार आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही है। दोनों पर तीन हजार का इनाम है। उनकी संपत्ति की जानकारी जुटा रहे हैं।
ऐसे किया था करोड़ों का घोटाला
विश्वविद्यालय का खाता बैंक में खोलते समय कुलपति, रजिस्ट्रार, फाइनेंस कंट्रोलर के हस्ताक्षर होते हैं। बैंक से लेनदेन के लिए उक्त तीन में से दो अधिकारियों के हस्ताक्षर आवश्यक हैं। भोपाल के कटारा हिल्स स्थित एक्सिस बैंक की शाखा में विवि का खाता है। इसके अलावा नर्मदापुरम जिले के पिपरिया स्थित एक्सिस बैंक की शाखा में दलित संघ का भी खाता है। उक्त खातों में 25-25 करोड़ की चार एफडी मिली हैं। नोटसीट में निजी बैंक खातों को विवि का बताकर पैसे ट्रांसफर किए गए, जिसमें बैंक मैनेजर की मिलीभगत थी।