Home राज्यों से उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ ने अपराधियों को स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा- निर्दोषों को...

योगी आदित्यनाथ ने अपराधियों को स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा- निर्दोषों को मारा तो मिट्टी भी नसीब नहीं होगी

9

मेरठ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपराधियों को स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा है कि निर्दोषों को मारा तो मिट्टी भी नसीब नहीं होगी। उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए जनता से अपील की कि पश्चिमी यूपी में जिन लोगों की गर्मी शांत कर दी गई है, उन्हें दोबारा गर्म नहीं होने देना है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट से प्रत्याशी संजीव बालियान के पक्ष में जनता से वोट की अपील करते हुए कहा कि मेरठ आज 12 लेन के एक्सप्रेसवे के साथ सीधे दिल्ली से जुड़ गया है। अब मेरठ के लोग दिल्ली में नहीं दिल्ली के लोग मेरठ, सरधना और मुजफ्फरनगर में रहना चाहते हैं। पहले जिस दूरी को तय करने में 5 घंटे लगते थे, अब उसे 1 घंटे में पूरा किया जाता है। यही नहीं 32 हजार करोड़ रुपए से रैपिड रेल सेवा से मेरठ को जोड़ा जा चुका है। आज उत्तर प्रदेश की पहली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी मेजर ध्यानचंद के नाम पर इसी विधानसभा में बन रही है।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अच्छा नेतृत्व देश को जहां बुलंदियों पर ले जाता है, वहीं गलत हाथों में सत्ता देने से दरिद्रता आती है। योगी ने पाकिस्तान का उदाहरण देते हुए कहा कि एक तरफ भारत पिछले चार साल से 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन की सौगात दे रहा है, वहीं पाकिस्तान कटोरा लेकर दुनिया भर में भीख मांग रहा है। पाकिस्तान की ये हालत उसके नेताओं के कारण हुई है।

सीएम योगी ने कहा कि पश्चिमी यूपी में परिवर्तन स्पष्ट दिख रहा है। उन्होंने विपक्षियों पर हमला बोलते हुए कहा कि यहां जो लोग गुमराह करने आ रहे हैं, ये वही लोग हैं जिन्होंने संगीत सोम और संजीव बालियान को जेल में डाल कर यहां की जनता को कर्फ्यू में झोंकने का काम किया था। दंगा पॉलिसी चलाने वालों ने यहां के युवाओं पर झूठे मुकदमे दर्ज कर उनके जीवन को निगलने की कोशिश की थी, हमें उन्हें माफ नहीं करना है।

मुख्यमंत्री ने महाराणा प्रताप के जीवन का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने घास की रोटी खाना स्वीकार किया, मगर कभी विदेशी हुकूमत के सामने सिर नहीं झुकाया।
सीएम ने कहा कि जिन लोगों ने कर्फ्यू लगा कर इस क्षेत्र में बहन बेटियों की इज्जत को नीलाम करने का काम किया था, उन्हें फिर से पनपने का अवसर नहीं देना है।