मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश गान के रचयिता प्रख्यात पत्रकार एवं साहित्यकार श्री महेश श्रीवास्तव की काव्य पुस्तक “सूर्यांश का प्रयाण’’ का मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन में विमोचन किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पुस्तक के रचनाकार श्री महेश श्रीवास्तव को बधाई और शुभकामनाएँ दी। श्री श्रीवास्तव की धर्मपत्नी श्रीमती पुष्पा श्रीवास्तव, पुत्री अनुभूति खरे, प्रकाशक श्री मनीष गुप्ता तथा श्री अनिल निगम उपस्थित थे।
यह काव्य पुस्तक महाभारत के विलक्षण पात्र कर्ण की देह के अंत और आत्मा के अनन्त में विलय के संधिस्थल पर उसके अवचेतन में बनी अद्भुत जीवन की मार्मिक छवियों की अभिव्यक्ति है। जिनके माध्यम से आज का मनुष्य सत् में रत् और असत् से विरत रहने की प्रेरणा प्राप्त कर सकता है।
रचनाकार श्री महेश श्रीवास्तव ने बताया कि सौभाग्य और दुर्भाग्य, स्वार्थ और त्याग, वरदान और शाप, पुण्य और पाप के द्वंद को झेलने वाले कर्ण का जीवन किसी भी मनुष्य का जीवन हो सकता है। अंतिम समय में अपनी दिव्यता में दीनता को पहचान कर निष्काम कर्मयोगी कृष्ण के प्रति समर्पित होने की छवियाँ हर मनुष्य को अपनी दिव्यता पहचान कर निष्काम कर्म करने की प्रेरणा देती है।