टोरंटो
ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने यहां कैंडिडेट्स शतरंज टूर्नामेंट के चौथे दौर में शीर्ष वरीय अमेरिका के फाबियानो करूआना को बराबरी पर रोका लेकिन विदित गुजराती को रूस के इयान नेपोमनियाची के खिलाफ एक और हार का सामना करना पड़ा। आर प्रज्ञानानंदा ने अमेरिका के हिकारू नाकामूरा से अंक बांटे जबकि अजरबेजान के निजात अबासोव और फ्रांस के फिरोजा अलीरेजा की बाजी भी बराबरी पर छूटी। आठ खिलाड़ियों की इस डबल राउंड रोबिन प्रतियोगिता से अगली विश्व चैंपियनशिप के चैलेंजर का फैसला होगा। नेपोमनियाची सफेद मोहरों से खेलते हुए दूसरी जीत से तीन अंक के साथ टूर्नामेंट में एकल बढ़त बनाने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं। उनसे आधा अंक पीछे करूआना और गुकेश ढाई अंक के साथ दूसरे स्थान पर हैं।
प्रज्ञानानंदा दो अंक के साथ चौथे स्थान पर हैं जबकि विदित, अबासोव, अलीरेजा और नाकामूरा चारों के समान डेढ़ अंक हैं। महिला वर्ग में आर वैशाली ने अपने छोटे भाई प्रज्ञानानंदा की तरह ड्रॉ खेला। उन्होंने रूस की एलेक्सांद्रा गोरयाचकिना को बराबरी पर रोका। भारत की कोनेरू हंपी को हालांकि सबसे कम रैंकिंग वाली और सबसे युवा खिलाड़ी बुल्गारिया की नुर्गयुल सेलिमोवा के खिलाफ टूर्नामेंट की पहली हार का सामना करना पड़ा। चीन की झोंगयी टैन ने रूस की कैटरीना लेगनो के खिलाफ ड्रॉ खेलकर तीन अंक के साथ अपनी एकल बढ़त बरकरार रखी है। चीन की ही टिंगजी लेई ने यूक्रेन की अन्ना मुजिचुक के साथ अंक बांटे।
टैन के बाद गोरयाचकिना ढाई अंक के साथ दूसरे स्थान पर हैं। वैशाली, सेलिमोवा और लेगनो दो अंक के साथ संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर हैं। इस हार के बाद हंपी डेढ़ अंक के साथ संयुक्त रूप से छठे स्थान पर खिसक गई हैं। मुजिचुक और लेई भी डेढ़ अंक के साथ संयुक्त रूप से छठे पायदान पर हैं।
गुकेश ने करूआना के खिलाफ काले मोहरों से खेलते हुए दबाव का अच्छी तरह सामना किया और अंतत: 72 चाल के बाद दोनों खिलाड़ी अंक बांटने को राजी हो गईं। दूसरे दौर में नाकामूरा के खिलाफ जीत दर्ज करने वाले विदित के खिलाफ पिछली दो बार के कैंडिडेट्स टूर्नामेंट विजेता नेपोमनियाची अधिकांश समय बेहतर स्थिति में रहे और दो बार विश्व चैंपियनशिप मुकाबला खेलने वाला रूस का खिलाड़ी अंतत: जीत दर्ज करने में सफल रहा।
प्रज्ञानानंदा को प्रत्येक दौर के साथ अपने प्रतिद्वंद्वियों की सराहना और सम्मान मिल रहा है। नाकामूरा के खिलाफ भी ऐसा ही रहा और अमेरिकी खिलाड़ी जोखिम नहीं उठाते हुए सफेद मोहरों से खेलने के बावजूद सिर्फ 24 चाल के बाद ड्रॉ पर राजी हो गया। दूसरी तरफ महिला वर्ग में टूर्नामेंट के लिए महिला विश्व कप के जरिए क्वालीफाई करने वाली सेलिमोवा ने हंपी को हराकर दिखाया कि उनका क्वालीफिकेशन तुक्का नहीं था। बुल्गारिया की खिलाड़ी ने 62 चाल में जीत दर्ज की। प्रतियोगिता का पांचवां दौर आराम के पहले दिन के बाद खेला जाएगा। साल की इस सबसे बड़ी प्रतियोगिता में अब भी 10 दौर का खेल बाकी है।