इंदौर
शहर के महंगे प्ले स्कूल की तर्ज पर सरकारी स्कूलों में भी प्ले स्कूल होंगे। इन स्कूलों में नर्सरी से लेकर केजी-2 तक प्रवेश दिया जाएगा। शुरुआत में इंदौर जिले के 40 सकूलों में प्ले स्कूल खोले जाएंगे। खास बात यह है कि इन प्ले स्कूलों के लिए शिक्षक भी अलग से रखे जाएंगे। खेल के लिए इनडोर और आउटडोर खेल गतिविधि भी रहेंगी। 15 जून से यह स्कूल शुरू हो जाएंगे। हालांकि अब तक ड्रेसकोड और सिलेबस तय नहीं हो पाया है।
पिछले कुछ वर्षों में शहर में हर गली-मोहल्ले में प्ले स्कूल खुल गए हैं, जहां नौनिहालों से 10 से 40 हजार रुपये तक की फीस वसूल की जा रही है। इधर सरकारी स्कूलों में लगातार छात्र संख्या घटते जा रहे हैं। इसके चलते कुछ वर्ष पहले शासन ने सीएम राइज स्कूल शुरू किए हैं। वहीं अब हर एक स्कूल में प्ले स्कूल खोले जा रहे हैं। शुरुआत में इंदौर जिले के 40 स्कूलों में यह सुविधा शुरू की गई है। यहां प्रवेश प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है।
आसपास के बच्चों को ही मिलेगा प्रवेश
जिला परियोजना समन्वयक शांता स्वामी भार्गव ने बताया कि राज्य शिक्षा केंद्र ने पहले चरण में इंदौर जिले के 40 सरकारी स्कूलों का चयन किया है। ये स्कूल 15 जून से शुरू हो जाएंगे। इन प्री प्रायमरी स्कूलों में आसपास के बच्चों को ही प्रवेश दिया जाएगा। जो स्कूल चयनित किए है, वहां इन प्ले स्कूलों के लिए दो कक्ष रिक्त रखने के लिए कहा गया है।
इनडोर-आउटडोर खेल गतिविधि होगी
इन स्कूलों में 52 वर्ष उम्र तक की महिला शिक्षकों को पहली प्राथमिकता के साथ रखा जाएगा। यहां पर इनडोर-आउटडोर खेल गतिविधि होंगी। खिलौने भी रखे जाएंगे। बैठने के लिए टाट्पट्टी या बेंच रखी जाएगी। पेयजल, शौचालय आदि मूलभूत सुविधाएं भी रहेंगी। जब तक इन स्कूलों में महिला शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो जाती है, तब तक संकुल स्तर पर दो महिला शिक्षकों को नियुक्त किया जाएगा।
इतने वर्ष के बच्चों को मिलेगा प्रवेश
जानकारी के अनुसार प्री प्रायमरी स्कूल के लिए कक्षावार आयु निर्धारण किया गया है। इसमें नर्सरी के लिए तीन से चार साल, केजी-वन के लिए चार से पांच और केजी-टू के लिए पांच से छह वर्ष आयु तय की गई है।
सबसे ज्यादा स्कूल महू ब्लाक में
इंदौर जिले में 40 स्कूलों में प्री प्रायमरी स्कूल खोले जाएंगे। इसमें सबसे ज्यादा स्कूल महू में 15, देपालपुर में सात, इंदौर ग्रामीण में सात, इंदौर शहरी में छह और सांवेर में पांच स्कूल शामिल है।