नई दिल्ली।
लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण की वोटिंग 19 अप्रैल को होनी है। ऐसे में राजनीतिक दलों के लिए प्रचार के लिए सिर्फ 10 दिनों का समय रह गया है। इसके बावजूद विपक्षी दलों को साथ लेकर बनी इंडिया गठबंधन की अब तक कोई बड़ी रैली नहीं हुई है। और ना ही अभी तक कोई योजना भी सामने नहीं आई है। गठबंधन की रैली तो दूर, इसमें शामिल दलों के प्रमुख नेता भी क्षेत्र से नदारद दिख रहे हैं। पश्चिमी यूपी में खासकर ऐसा ही माहौल दिख रहा है।
वहीं, अगर हम 'अबकी बार, 400 पार' का नारा देने वाली भारतीय जनता पार्टी (BJP) की बात करें तो वह इस मामले में काफी आगे दिख रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद मोर्चा संभाल लिया है। उन्होंने कल गाजियाबाद में रोड शो किया। आज वह सुबह-सुबह बिहार में रैली के लिए पहुंचे। इसके बाद वह पश्चिम बंगाल का भी दौरा करने वाले हैं। बीजेपी के कैंपेन की जिम्मेदारी अपने मजबूत कंधों पर लेकर पीएम मोदी लगभग हर दिन किसी न किसी राज्य में रैली कर रहे हैं। एक दिन में तो वह तीन-तीन जगहों पर जनसभाओं को संबोधित करते नजर आ रहे हैं।
पीएम की रैली में NDA की एकजुटता
प्रधानमंत्री मोदी की रैली में एनडीए की एकजुटता भी नजर आती है। उनके साथ एनडीए में शामिल घटक दल के नेता भी मंच साझा कर रहे हैं। चाहे बिहार में मनीतीश कुमार, उपेंद्र कुशवाहा, चिराग पासवान और जीतन राम मांझी की पार्टी के नेता हों, पीएम मोदी के साथ बिहार में होने वाली हर रैली में दिखते हैं। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश में हाल ही में एनडीए में शामिल जयंत चौधरी ने भी पीएम मोदी के साथ मंच साझा किया था।
नरेंद्र मोदी के अलावा, बीजेपी के की दिग्गज नेता आज कल चुनावी सभाओं को संभोधित कर रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, योगी आदित्यनाथ, जेपी नड्डा सहित भाजपा के तमाम बड़े नेता हर दिन किसी न किसी राज्य में रैलियों को संबोधित कर रहे हैं।
चुनाव प्रचार से माया-अखिलेश दूर
समजावादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव बीते 8 दिनों में सिर्फ दो मौकों पर सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए दिखे थे। उन्होंने हाल में लखनऊ में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित किया था। इससे पहले वह केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ दिल्ली के रामलीला मैदान में हुई इंडिया गठबंधन की रैली में दिखे थे।यूपी में बीजेपी के बाद सबसे अधिक सांसदों वाली बीएसपी का हाल इससे भी बुरा है। इस लोकसभा चुनाव में मायावती ने अभी तक किसी सार्वजिनक रैली को संबोधित नहीं किया है। शनिवार को पहली बार उनके भतीजे अकाश आनंद नगीना लोकसभा सीट पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए दिखे। इसेक अलावा, उनकी पार्टी के तमाम बड़े नेताओं की रैली का अभी भी इंतजार ही है।
बिहार में अकेले रैली कर रहे तेजस्वी
बिहार की बात करें तो, तेजस्वी यादाव हालांकि लगातार रैली कर रहे हैं। रैली ही नहीं, वह फेसबुक चौपाल सहित अन्य सियासी कार्यक्रमों में भी लगातार नजर आ रहे हैं। हाल के दिनों में तेजस्वी यादव ने पूर्णिया और जमुई में रैलियों को संबोधित किया और आरजेडी उम्मीदवार के लिए वोट मांगा। लेकिन उनके मंच पर इंडिया गठबंधन और बिहार के महागठबंधन में शामिल दलों के बड़े नेता नहीं नजर आए हैं।