भोपाल,
मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए नामांकन पत्रों की जांच के दौरान 93 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र सही पाए गए, जबकि 16 को खारिज कर दिया गया। निर्वाचन अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
खारिज किए गए इन 16 नामांकन पत्रों में विपक्षी 'इंडिया' गठबंधन की ओर से खजुराहो से उम्मीदवार समाजवादी पार्टी (सपा) की मीरा यादव का नामांकन पत्र भी शामिल है। शुक्रवार को निर्वाचन अधिकारी ने यादव का नामांकन पत्र अमान्य घोषित कर दिया।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) अनुपम राजन ने कहा कि उम्मीदवारों को आठ अप्रैल तक अपना नामांकन पत्र वापस लेने की अनुमति है।
राजन ने कहा कि 93 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र मान्य हैं, जबकि 16 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र शुक्रवार को जांच के दौरान अमान्य पाए गए।
सात सीटों – टीकमगढ़ (आरक्षित), दमोह, खजुराहो, सतना, रीवा, होशंगाबाद और बैतूल (आरक्षित) – पर 26 अप्रैल को दूसरे चरण में मतदान होगा।
केंद्रीय मंत्री और मौजूदा सांसद वीरेंद्र खटीक टीकमगढ़ (आरक्षित) से चुनाव लड़ रहे हैं। वर्ष 2008 में परिसीमन के बाद अलग हुए इस निर्वाचन क्षेत्र में हुए सभी तीन चुनावों में खटीक ने जीत हासिल की है। कांग्रेस ने इस सीट से पंकज अहिरवार को मैदान में उतारा है।
इस चरण में जिस प्रमुख सीट पर मतदान होना है उनमें खजुराहो सीट शामिल है, जहां मौजूदा सांसद और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा को फिर से उम्मीदवार बनाया गया है।
'इंडिया' गठबंधन के घटक दलों के सीट-बंटवारे के फॉर्मूले के तहत कांग्रेस ने खजुराहो सीट समाजवादी पार्टी (सपा) को दी थी। हालांकि, सपा प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन पत्र खारिज कर दिया गया। इस घटनाक्रम से सपा नाराज हो गई है और उसके प्रमुख अखिलेश यादव ने इसे लोकतंत्र की ‘हत्या’ करार दिया और न्यायिक जांच की मांग की। नामांकन पत्रों की जांच के बाद अब खजुराहो सीट पर 14 प्रत्याशी मैदान में हैं।
भाजपा ने सतना (गणेश सिंह), रीवा (जनार्दन मिश्रा) और बैतूल (दुर्गादास उइके) को फिर से टिकट दिया है और होशंगाबाद (दर्शन सिंह) और दमोह (राहुल लोधी) से नए चेहरों को मैदान में उतारा है।
कांग्रेस ने सतना से मौजूदा विधायक सिद्धार्थ कुशवाह, रीवा से पूर्व विधायक नीलम मिश्रा, बैतूल से रामू टेकाम, होशंगाबाद से पूर्व विधायक संजय शर्मा और दमोह से पूर्व विधायक तरवर सिंह लोधी को मैदान में उतारा है।