नई दिल्ली
देश भर में हॉकी कोचिंग में एकरुपता और निरंतरता बनाने के मकसद से हॉकी इंडिया ने पूर्व खिलाड़ियों के लिये एक विशेष प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया।
बेंगलुरु स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) में उच्च प्रदर्शन निदेशक हरमन क्रूज के संरक्षण में आयोजित इस कार्यक्रम में पूर्व गोलकीपर एड्रियन डिसूजा, भरत छेत्री, योगिता बाली, हेलेन मैरी, दीपिका मूर्ति, आकाश चिकते, पीटी राव और प्रतिष्ठित पूर्व भारतीय गोलकीपरों की भागीदारी देखी गई जबकि ड्रैग-फ़्लिकर रूपिंदर पाल सिंह, गुरजिंदर सिंह, वीआर रघुनाथ और जसप्रीत कौर ने शिविर में अपनी उपस्थिति दर्ज करायी। हरमन क्रूज़ की निगरानी में, इन दिग्गजों ने अपने कोचिंग कौशल को निखारा और यह सुनिश्चित किया कि वे गोलकीपिंग और ड्रैग-फ़्लिकिंग में नवीनतम तकनीकों और कार्यप्रणाली से लैस हैं।
हॉकी इंडिया का मानना है कि इस कार्यक्रम का मकसद कोचिंग के नजरिये को सुव्यवस्थित करना है, जिससे देश भर के एथलीटों को जमीनी स्तर पर समान बुनियादी बातों और कौशल सीखने में सक्षम बनाया जा सके, जिससे प्रशिक्षण मानकों में एकरूपता को बढ़ावा मिले। क्रूज ने कहा “ यह कार्यक्रम प्रतिभा को पोषित करने और कोचिंग पद्धतियों को मानकीकृत करने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। पूर्व हॉकी दिग्गजों को उन्नत कोचिंग तकनीकों से लैस करके, हम उन्हें भारतीय हॉकी के भविष्य को आकार देने के लिए सशक्त बना रहे हैं। यह प्रयास न केवल कोचिंग की गुणवत्ता को बढ़ाएगा बल्कि इसमें सुधार भी करेगा।”
प्रशिक्षण के पूरा होने के बाद, इन अनुभवी प्रशिक्षकों का तीन दिवसीय गहन प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया जायेगा जिसके बाद इन्हे पूरे देश में प्रमुख राष्ट्रीय अकादमियों में तैनात किया जाएगा। इस प्रयास से खेल में उत्कृष्टता हासिल करने की इच्छा रखने वाले युवा एथलीटों को लाभ होगा।