अजमेर.
अजमेर के गेगल स्थित एक निजी स्कूल ने दुष्कर्म पीड़ित 12वीं की छात्रा को यह कहते हुए परीक्षा से वंचित कर दिया कि छात्रा के साथ गैंगरेप हुआ है, जिस वजह से स्कूल का माहौल खराब हो जाएगा। वहीं स्कूल प्रशासन का कहना है कि छात्रा 4 महीने तक स्कूल नहीं आई इसलिए उसे बोर्ड के एग्जाम में नहीं बैठने दिया। जब पीड़ित छात्रा ने आपबीती किसी सरकारी स्कूल की शिक्षिका को बताई। शिक्षिका ने तुरंत छात्रा को 1098 चाइल्ड लाइन हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करने को कहा।
बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष अंजली शर्मा ने पीड़ित छात्रा को अपने कार्यालय बुलाकर पीड़िता छात्रा के साथ हुई पूरी घटना की जानकारी ली और पूरे प्रकरण की जांच शुरू कर दी। दरअसल 18 अक्टूबर 2023 को पीड़ित छात्रा के दूर के चाचा सहित दो अन्य लोगों ने दुष्कर्म किया था। इस मामले में गेगल थाना पुलिस ने तीनों दुराचारियों को गिरफ्तार भी कर लिया था। बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष अंजली शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि पीड़िता को स्कूल प्रशासन ने यह कहकर स्कूल से उसका नाम काट दिया कि आपके साथ अनहोनी वारदात हुई है, जिससे स्कूल का माहौल खराब हुआ है। आप घर पर रहकर 12वीं कक्षा की पढ़ाई करके बोर्ड परीक्षा की तैयारी करें। इस पर छात्रा ने स्कूल प्रशासन की बात मानते हुए घर पर रहकर पढ़ाई की लेकिन जब 12वीं एग्जाम के लिए वह परमिशन कार्ड लेने स्कूल पहुंची तो स्कूल प्रशासन ने उसे यह कहकर लौटा दिया कि उसका स्कूल से नाम काट दिया गया है। इसी दौरान आखिरी पेपर के समय छात्रा किसी सरकारी शिक्षिका से मिली तो उन्होंने मामले की जानकारी लेकर छात्रा को तुरंत 1098 पर संपर्क करने के लिए कहा। अब बाल कल्याण समिति अध्यक्ष अंजलि शर्मा ने मामले को समझकर इसकी जांच शुरू कर दी है।
बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अंजली शर्मा ने बताया कि जब बच्ची से उनकी बात हुई तब पीड़ित छात्रा ने उन्हें बताया कि वह पढ़ाई में काफी होशियार है और उन्होंने 10th बोर्ड के एग्जाम में 79% अंक हासिल किए थे। अगर वह 12th के एग्जाम भी देती तो शायद वह टॉप कर सकती थी। मगर स्कूल प्रशासन की लापरवाही के चलते उसका 1 साल बर्बाद हो गया।