नई दिल्ली
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिक रहे सौरजीत देबनाथ ने एक कारनामा किया है। कोलकाता के एक कम्प्यूटेशनल विज्ञान स्नातक सौरजीत देबनाथ यूके में टेलीविजन के सबसे कठिन क्विज टूर्नामेंट के अंतिम चरण में जगह बनाने में कामयाब हो गए हैं। वह जटिल सवालों का जवाब देकर अपनी विश्वविद्यालय की टीम के साथ इस क्विज टूर्नामेंट के अंतिम चरण में पहुंच गए हैं। 31 साल के सौरजीत देबनाथ अपनी चार सदस्यीय इंपीरियल कॉलेज लंदन टीम में शामिल होंगे, जो सोमवार को प्रसारित होने वाले बीबीसी के 'यूनिवर्सिटी चैलेंज' ग्रैंड फाइनल में यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन (यूसीएल) के साथ आमने-सामने होंगे। खास बात है कि देबनाथ ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की अंतरिक्ष यान बनाने वाली शाखा, यूआर राव अंतरिक्ष केंद्र में एक अंतरिक्ष वैज्ञानिक रह चुके हैं।
चंद्रयान-2 मिशन का हिस्सा थे सौरजीत देबनाथ
देबनाथ ने कहा, "लंबे समय से चल रहे इस ब्रिटिश संस्थान के इतिहास का हिस्सा बनने का मौका पाकर मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं। देबनाथ ने इंपीरियल कॉलेज लंदन में पृथ्वी विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग में एप्लाइड कम्प्यूटेशनल साइंस और इंजीनियरिंग में मास्टर की डिग्री हासिल की है। पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, देबनाथ भारत में वह भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की अंतरिक्ष यान बनाने वाली शाखा, यूआर राव अंतरिक्ष केंद्र में एक अंतरिक्ष वैज्ञानिक रह चुके हैं, जहां उन्होंने अन्य अंतरिक्ष यान के अलावा 2019 भारतीय चंद्र लैंडर/रोवर मिशन चंद्रयान-2 पर काम किया था।
सबसे कठिन क्विज में से है 'यूनिवर्सिटी चैलेंज'
इंपीरियल कॉलेज लंदन से स्नातक होने के बाद देबनाथ विश्वविद्यालय के रॉयल स्कूल ऑफ माइन्स से संचालित भूभौतिकी एल्गोरिदम पर केंद्रित एक इंपीरियल स्टार्ट-अप में शामिल हो गए हैं। बता दें कि बीबीसी द्वारा संचालित टीवी शो 'यूनिवर्सिटी चैलेंज' सबसे कठिन क्विज टीम टूर्नामेंट है जिसे ब्रिटिश भारतीय प्रसारक अमोल राजन द्वारा आयोजित किया जाता है। इस शो में यूके भर से शीर्ष विश्वविद्यालयों का प्रतिनिधित्व करने वाले छात्रों की टीम क्विज चैंपियन बनने के लिए उत्साहित रहती हैं।