उज्जैन
विक्रमोत्सव में आयोजित उज्जयिनी व्यापार मेला में मिनी ट्रक से लेकर दोपहिया वाहन की जमकर बिक्री हो रही है। आरटीओ में पंजीयन के आधार अनुसार मेले में अभी तक 13 हजार से अधिक गाड़ियां बिक चुकी हैं। मेले से वाहन के खरीदने वालों को टैक्स में 63 करोड़ की छूट मिली है। मेले का आयोजन 9 अप्रैल तक किया जाएगा।
ग्वालियर की तर्ज पर पहली बार आयोजित व्यापार मेले में वाहनों के कारोबार को जमकर रिस्पांस मिला है। हालात यह है कि कई वाहन डीलर्स को उपभोक्ताओं की डिमांड पर अन्य जिलों और राज्यों से मंगवाकर देने पड़ रहे हैं। उम्मीद की जा रही हैं कि 9 अप्रैल तक चलने वाले इस मेले में आने वाले दिनों कई और वाहन बिकेंगे। शहर में पहली बार आयोजित वाहन मेले से 4 लाख रुपए से लेकर 3 करोड़ 30 लाख रुपए तक की कार बिक रही हैं।
मेले में से सभी प्रकार के कुल 13 हजार 481 वाहन बिके हैं। यह शहर के लिए एक रिकॉर्ड हैं। आमतौर पर पुष्य नक्षत्र, धनतेरस व दीपावली के विशेष अवसरों पर वाहनों की ज्यादा खरीदी होती रही है, लेकिन इतनी नहीं। यह पहला मौका है जब शहर में से इतनी संख्या में वाहन बिक रहे हैं। खरीदारों की सहुलियत के लिहाज से मेले में ही क्षेत्रीय परिवहन का अस्थाई कार्यालय खोला गया है।
आरटीओ संतोष मालवीय ने बताया कि मेले में नए गैर परिवहन वाहनों (मोटरसायकिल, कार, ओमनी) और हल्के परिवहन वाहनों की खरीदी पर टैक्स में 50 प्रतिशत की छूट दी जा रही हैं। इस छूट के चलते मेले में पहले दिन से ही सभी तरह की गाड़ियों की अच्छी बिक्री हो रही है। मेले से न्यूनतम चार लाख रुपए से लेकर अधिकतम 3 करोड़ 30 लाख रुपए कीमत तक की मर्सिडीज भी लोगों द्वारा खरीदी गई है। मेले में अभी तक 13 हजार 481 वाहन बिक चुके थे। इनमें से 9481 फोर व्हीलर हैं, बाकी टू व्हीलर और कुछ भारी वाहन भी। इनके खरीदारों को टैक्स में 63 करोड़ की छूट दी जा चुकी हैं। इतना ही राजस्व भी शासन को प्राप्त हुआ है।