नई दिल्ली
मुक्केबाज विजेंदर सिंह भाजपा में शामिल हो गए हैं। अब तक वह कांग्रेस के सदस्य थे और चुनाव भी लड़ चुके हैं। विजेंदर सिंह के भाजपा में शाामिल होने से पार्टी को दिल्ली से लेकर हरियाणा तक फायदे की उम्मीद है। वह हरियाणा के भिवानी के ही रहने वाले हैं औैर जाट समुदाय से आते हैं। ऐसे में भाजपा के खिलाफ जाटों की नाराजगी की जो चर्चाएं चलती हैं, उससे निपटने में पार्टी को मदद मिलने की उम्मीद है। विजेंदर सिंह ने 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस जॉइन की थी और साउथ दिल्ली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था। हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
बॉक्सर विजेंद्र सिंह ने ट्विटर (X) पर एक लाइन का पोस्ट किया था, जिसके बाद लोकसभा चुनाव से पहले कई तरह की अटकलें लगाई जाने लगीं. उन्होंने लिखा, ‘जनता जहां चाहे, मैं तैयार हूं.’ बता दें कि 2019 में कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए विजेंद्र को अपने पहले चुनाव में ही हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद भी वह पार्टी से जुड़े रहे, लेकिन दिसंबर 2023 में उन्होंने सोशल मीडिया पर राजनीति से संन्यास की बात कही थी. हालांकि अटकलें लगाई जा रही है कि वह वापसी कर सकते हैं.
मालूम हो कि विजेंद्र का राजनीतिक करियर बेहद छोटा रहा है. साल 2019 में कांग्रेस में शामिल होकर उन्होंने साउथ दिल्ली सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन रमेश विधूड़ी के खिलाफ हार गए थे. इसके बाद राजनीति में उनकी सक्रियता कम हो गई और दिसंबर 2023 में उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा- राजनीति को राम-राम. इसके बाद कयास लगाए गए कि विजेंद्र राजनीति से दूरी बना चुके हैं.
गौरतलब है कि विजेंद्र सिंह बेनीवाल, जिन्हें विजेंद्र सिंह के नाम से जाना जाता है, भारत के हरियाणा के जाट हैं. उनका जन्म 29 अक्टूबर 1985 को हरियाणा के भिवानी जिले के कालूवास नामक गांव में हुआ था. उनके पिता महिपाल सिंह बेनीवाल हरियाणा रोडवेज में बस ड्राइवर हैं और मां कृष्णा देवी गृहिणी हैं. विजेंद्र के बड़े भाई, मनोज भी बॉक्सर हैं. विजेंद्र ने अपनी प्राथमिक शिक्षा कालूवास के एक स्कूल से पूरी की.