मुंबई
पायलटों की कमी के कारण विस्तारा एयरलाइंस का परिचालन पूरे देश में 1 अप्रैल से गड़बड़ा गया है। अब तक विस्तारा की 50 उड़ानें रद्द हो चुकी हैं और आज 70 उड़ानें रद्द होने की कगार पर हैं। इसके कारण हवाई अड्डे से लेकर नागरिक उड्डयन मंत्रालय तक हाहाकार मचा हुआ है। निर्धारित यात्राओं को लेकर यात्री बहुत ही ज्यादा परेशान हो रहे हैं। अब तक नई दिल्ली की पांच फ्लाइट्स, बंगलूरू की तीन, कोलकाता की दो उड़ानें रद्द हो गई हैं। विस्तारा एयरलाइंस की इतनी बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द और देरी होने पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने भी कंपनी से जवाब मांगा है।
विमानों की संख्या कम करने जा रही विस्तारा
विस्तारा का विलय टाटा ग्रुप में होने जा रहा है। ऐसे में मानव संसाधन क्रू की संख्या कम कर सकता है। विस्तारा ने बताया है कि क्रू की कमी की वजह से बीते दिनों में बड़ी संख्या में उड़ान रदद की है और कई उड़ानों में देरी हुई है। ऐसे में हमने तय किया है कि अपने नेटवर्क में कनेक्टिविटी के लिए हम अपनी फ्लाइट्स की संख्या कम करेंगे।
एक वेतनमान को लेकर नाराजगी
दरअसल टाटा ग्रुप के पास एयर इंडिया और विस्तारा दोनों है। ऐसे में टाटा अब दोनों को मानव संसाधन और वेतनमान के लिहाज से एक करने जा रहा है। नई व्यवस्था में विस्तारा के पायलट्स को 40 घंटे की उड़ान के बदले तय सैलरी मिलेगी। अतिरिक्त घंटे की उड़ान के लिए उन्हें अलग से भुगतान किया जाएगा। विस्तारा के पायलट्स को अभी 70 घंटे की उड़ान के तहत सैलरी दी जाती है। इससे पायलट नाराज हैं।