भोपाल
प्रदेश भाजपा के आला नेताओं के बीच तीन दिन पहले बनी रणनीति ने यदि अमलीजामा पहना तो भाजपा के स्थापना दिवस यानि 6 अप्रैल को कांग्रेस को बड़ा झटका लग सकता है। हजारों की संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ता और नेता पार्टी छोड़कर भाजपा का दामन थाम सकते हैं। प्रदेश के हर जिले में कांग्रेस के नेता भाजपा में शामिल हो सकते हैं। प्रदेश से लेकर जिला स्तर तक का भाजपा संगठन इस मिशन में पिछले दो दिनों से लगा हुआ है।
लोकसभा चुनाव के दौरान जिस तरह से कांग्रेस को छोड़कर उसके नेता भाजपा में शामिल हो रहे हैं, उसे देखते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, राष्टÑीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, लोकसभा चुनाव प्रभारी डॉ. महेंद्र सिंह सहित अन्य नेताओं ये यह रणनीति बनाई है कि कांग्रेस के जो नेता उनके वर्तमान नेतृत्व से नाराज हैं या कांग्रेस से जिनका मोह भंग हो गया है। ऐसे लोग यदि भाजपा के संपर्क में हैं तो उन्हें पार्टी में लाया जाए। इस रणनीति ने प्रदेश संगठन ने जिला संगठन तक को अवगत करा दिया है। इसके बाद से प्रदेश के लगभग सभी जिलों में भाजपा के नेता कांग्रेस के ऐसे नेताओं से संपर्क में आ गए हैं। अब उन्हें तोड़कर भाजपा में लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
बताया जाता है कि भाजपा ने यह भी रणनीति बनाई है कि भाजपा के स्थापना दिवस पर वे पार्टी को देश में सबसे ज्यादा मध्य प्रदेश में कांग्रेस नेताओं को भाजपा में शामिल करवाने का तौहफा देंगे। इसलिए यह माना जा रहा है कि यहां पर कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वालों की संख्या एक लाख तक पहुंच सकती है। इसके लिए हर जिले में आयोजन की भी तैयारी की जा रही है।
केंद्रीय संगठन ने भेजा पत्र
स्थापना दिवस को लेकर बीजेपी के केंद्रीय मुख्यालय की तरफ से प्रदेश इकाइयों को पत्र भेजा गया। पत्र में स्थापना दिवस के दिन किए जाने वाले कार्यक्रमों के बारे में भी बताया गया है। इस पत्र में पार्टी की राज्य इकाइयों को प्रदेश, जिला, मंडल स्तर पर बीजेपी के स्थापना दिवस पर कई कार्यक्रम आयोजित करने को कहा गया है। पार्टी ने कार्यक्रमों में सभी जनप्रतिनिधि एवं पार्टी के पदाधिकारी और प्रबुद्धजन की भागीदारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। जिसमें दीवार लेखन आदि कार्य भी किए जाएंगे।