नालंदा
व्यावसायिक संघ के अध्यक्ष रंजीत कुमार ने बताया कि अशोक साव की हत्या के विरोध में हम लोग धरना दिए हुए हैं। अभी तक जिला प्रशासन पुलिस के द्वारा किसी प्रकार की पहल नहीं की गई है। हरनौत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गृह क्षेत्र है। यहां अपराध चरम सीमा पर पहुंचा हुआ है। बिहार के नालंदा के हरनौत के व्यवसायी अशोक साव की हत्या के विरोध में लगातार चौथे दिन व्यवसायी संघ ने हरनौत बाजार को बंद रखा है। व्यवसायी संघ के बैनर तले दुकानदारों ने रविवार को बिचली बाजार में धरना दिया। 28 मार्च से हरनौत बाजार अशोक साव की हत्या के खुलासे तक अनिश्चितकालीन के लिए बंद किया गया है।
‘सीएम नीतीश के गृह क्षेत्र में अपराध चरम सीमा पर है’
व्यावसायिक संघ के अध्यक्ष रंजीत कुमार ने बताया कि अशोक साव की हत्या के विरोध में हम लोग धरना दिए हुए हैं। अभी तक जिला प्रशासन पुलिस के द्वारा किसी प्रकार की पहल नहीं की गई है। हरनौत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गृह क्षेत्र है। यहां अपराध चरम सीमा पर पहुंचा हुआ है। नित्य दिन अपराधिक घटनाएं हो रही हैं। अपराधिक घटनाओं को लेकर हम लोग इस बार वोटिंग का बहिष्कार भी करने जा रहे हैं। जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा किसी प्रकार का आश्वासन नहीं मिल रहा है।
‘रोजमर्रा का सामान भी नहीं मिल पा रहा’
सबनहुआ निवासी एक व्यक्ति ने बताया पिछले चार दिनों से हरनौत बाजार बंद है। उन लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रोजमर्रा के सामान भी नहीं मिल रहे हैं। अब उन लोगों को दूसरे बाजार का रुख करना पड़ेगा जो काफी दूर है। वहीं, हरनौत बाजार के बंद रहने से पिछले चार दिनों में 12 करोड़ से अधिक का कारोबार प्रभावित हुआ है। हरनौत बाजार में छोटे बड़े 7 सौ से अधिक दुकान हैं। पिछले चार दिनों से दुकानों में ताले लटक रहे हैं।
‘जल्द किया जाएगा मामले का पर्दाफाश’
सदर एसडीपीओ 2 संजय कुमार जायसवाल ने बताया कि पुलिस व्यवसायी हत्या के खुलासे के करीब है। जल्द ही मामले का पर्दाफाश कर लिया जाएगा। कुछ-कुछ दुकानें खुली हुई हैं। लगातार व्यवसायियों से बातचीत चल रही है। जानकारी के मुताबिक, 21 मार्च को हरनौत के बिचली बाजार निवासी अशोक साव की लूट के दौरान अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। वह सकसोहरा से तकादा कर घर लौट रहे थे। इसी बीच हरनौत थाना क्षेत्र के अलीपुर बीरमपुर गांव के पास लूट के दौरान अपराधियों ने गोली मार दी थी। अशोक साव थोक सूजी और मैदा के व्यवसायी थे।