सीडब्ल्यूसी, गोवा शिपयार्ड लिमिटेड और जीआरएसई ने सरकार को दिया 140 करोड़ रुपये का लाभांश
स्प्रिंकलर ने अमिताभ मिश्रा को नियुक्त किया मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी
कोटक बैंक ने 537 करोड़ रुपये में सोनाटा फाइनेंस का किया अधिग्रहण
नई दिल्ली
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों सेंट्रल वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन (सीडब्ल्यूसी), गोवा शिपयार्ड लिमिटेड और गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड (जीआरएसई) से केंद्र सरकार को लाभांश किश्त के रूप में 140 करोड़ रुपये मिले हैं। इसमें सीडब्ल्यूसी ने क्रमशः करीब 42 करोड़ रुपये, गोवा शिपयार्ड लिमिटेड ने 30 करोड़ रुपये और जीआरएसई ने 68 करोड़ रुपये का भुगतान किया है।
वित्त मंत्रालय के निवेश और लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव तुहिन कांत पांडेय ने गुरुवार को बताया कि सीडब्ल्यूसी से करीब 42 करोड़ रुपये, गोवा शिपयार्ड लिमिटेड से 30 करोड़ रुपये और जीआरएसई से 68 करोड़ रुपये लाभांश किश्त के रूप में मिले हैं। दीपम सचिव के मुताबिक सरकार को लाभांश किश्त के रूप में कुल 140 करोड़ रुपये मिले हैं।
सेंट्रल वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन भारत सरकार के उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत एक सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम (सीपीएसई) है। सीडब्ल्यूसी वेयरहाउसिंग, कुल लॉजिस्टिक्स प्रबंधन और संबद्ध गतिविधियों के व्यवसाय में लगी हुई है। गोवा शिपयार्ड लिमिटेड एक भारत सरकार के स्वामित्व वाली जहाज निर्माण कंपनी है, जो भारत के पश्चिमी तट पर वास्को डी गामा, गोवा में स्थित है। इसके अलावा गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड कोलकाता में स्थित है। यह कंपनी भारतीय नौसेना के पोतों से लेकर व्यापारिक जलपोतों तक का निर्माण एवं मरम्मत करती है।
स्प्रिंकलर ने अमिताभ मिश्रा को नियुक्त किया मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी
नई दिल्ली
अमेरिकी सॉफ्टवेयर कंपनी स्प्रिंकलर ने अमिताभ मिश्रा को मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी (सीटीओ) नियुक्त किया है।
कंपनी के अनुसार, मिश्रा एक अप्रैल 2024 से पदभार संभालेंगे। मिश्रा दुनिया भर में सभी आर एंड डी (अनुसंधान वविकास) दलों का नेतृत्व करेंगे। वह स्प्रिंकलर के संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) रैगी थॉमस के अधीन काम करेंगे। मिश्रा ने कहा कि वह स्प्रिंकलर के साथ जुड़ने को उत्साहित हूं।
स्प्रिंकलर के संस्थापक एवं सीईओ रैगी थॉमस ने कहा कि कंपनी का सीटीओ उसके ग्राहकों, भागीदारों, कर्मचारियों और समग्र व्यावसायिक सफलता के लिए महत्वपूर्ण है।
कोटक बैंक ने 537 करोड़ रुपये में सोनाटा फाइनेंस का किया अधिग्रहण
नई दिल्ली
कोटक महिंद्रा बैंक ने 537 करोड़ रुपये में एनबीएफसी सोनाटा फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड का अधिग्रहण कर लिया है।
बैंक ने शेयर बाजार को दी जानकारी में बताया, ‘‘बैंक ने आज एक गैर-बैंकिंग वित्त कंपनी सोनाटा फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड (एनबीएफसी) की जारी तथा भुगतान की गई पूंजी का 100 प्रतिशत करीब 537 करोड़ रुपये में हासिल कर लिया है। यह सूक्ष्म वित्त संस्था आरबीआई के साथ पंजीकृत है।’’
सोनाटा 549 शाखाओं के जरिए 10 राज्यों में काम कर रहा है। इसका 31 दिसंबर 2023 तक ‘एसेट अंडर मैनेजमेंट’ (एयूएम) करीब 2,620 करोड़ रुपये था। सोनाटा इस अधिग्रहण के साथ कोटक बैंक की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनी बन गई है।