भरतपुर-धौलपुर.
भरतपुर-धौलपुर जिलों में रहने वाले जाट समाज ने गुरुवार को कुम्हा गांव में एक महापंचायत बुलाई है, जिसमें भाजपा के पक्ष में वोट नहीं करने को लेकर सहमति बनाई जाएगी। दोनों जिलों के जाट केंद्र की सरकारी नौकरियों में ओबीसी वर्ग को आरक्षण देने की मांग कर रहे हैं। भरतपुर-धौलपुर जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने लोग गांव-गांव में छोटी-छोटी रैली निकालने के साथ पोस्टर वितरण कर लोगों को भाजपा के पक्ष में वोट नहीं देने की अपील कर रहे हैं। इसके अलावा रथ भी तैयार किया गया है जो गांव-गांव पहुंचकर लोगों से अपील करेगा।
जाट आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह फौजदार ने कहा, 'भरतपुर-धौलपुर जिलों के जाटों को केंद्र के ओबीसी वर्ग में आरक्षण की मांग को लेकर उच्चैन के गांव जयचोली में करीब 40 दिन तक महापड़ाव डाला था। उस दौरान केंद्र और राज्य सरकार से वार्ता का दौर चला। ईआरसीपी धन्यवाद यात्रा के दौरान जब राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा भरतपुर दौरे पर आए तब उन्होंने समिति के पदाधिकारियों से आरक्षण को लेकर नोटिफिकेशन लोकसभा चुनाव की आचार संहिता से पहले जारी करवाने का आश्वासन दिया था, लेकिन वो आश्वासन झूठा निकला और अभी तक कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ। फौजदार ने बताया कि जाट समाज की तरफ से आज कुम्हा गांव में महापंचायत रखी गई है, जिसमें आसपास के करीब एक दर्जन गांव के जाट समाज के लोग भाग लेंगे। गौरतलब है कि भरतपुर और करौली दोनों ही सीटों पर जाट समाज का वोट काफी अहम है।