नई दिल्ली
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को राउज एवेन्यू कोर्ट ने एक बार फिर ईडी रिमांड पर भेज दिया है। केजरीवाल को अब एक अप्रैल तक ईडी दफ्तर में जांच एजेंसी के सवालों का सामना करना पड़ेगा। गुरुवार को कोर्ट में रिमांड अर्जी पर सुनवाई के दौरान कई अहम बातें दोनों पक्षों की तरफ से रखीं गईं। ईडी की ओर से कोर्ट के सामने रखे गए तथ्यों में यह भी सामने आया कि जांच एजेंसी ने उनकी पत्नी सुनती केजरीवाल का फोन भी जब्त किया है।
ईडी ने केजरीवाल की रिमांड बढ़ाने की मांगते करते हुए कहा कि अभी कुछ और आरोपियों से उनका आमना-सामना करना है। जांच एजेंसी ने यह भी आरोप लगाया कि केजरीवाल जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। कहा गया कि वह अपने फोन का पासवर्ड नहीं बता रहे हैं। ईडी ने कहा, 'एक मोबाइल (गिरफ्तार किए गए शख्स की पत्नी) फोन का डेटा निकाल लिया गया है और इसका विश्लेषण किया जा रहा है। हालांकि, 4 अन्य डिजिटल डिवाइसेज (जो गिरफ्तार किए गए व्यक्ति से जुड़े हैं) का डेटा निकाला जाना बाकी है। वह अपना पासवर्ड और लॉग इन डिटेल देने के लिए अपने वकीलों से बात करना चाहते हैं।'
गौरतलब है कि 21 मार्च को केजरीवाल को गिरफ्तार किए जाने से पहले ईडी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री के घर पर छापेमारी की थी। कोर्ट ने उनके घर से कुछ डिजिटल डिवाइस और दस्तावेज बरामद किए थे। केजरीवाल को शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार किया गया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अदालत में सुनवाई के दौरान खुद दलीलें दीं और कहा कि देश के सामने आम आदमी पार्टी (आप) के भ्रष्ट होने की झूठी तस्वीर पेश की जा रही है। उन्होंने यह दलीलें तब दीं, जब ईडी ने उन्हें स्पेशल कावेरी बावेजा की अदालत में पेश किया। ईडी ने केजरीवाल की और सात दिन की हिरासत का अनुरोध करते हुए कहा कि मामले से जुड़े कुछ लोगों से उनका आमना-सामना कराने की जरूरत है। कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद फैसला कुछ देर के लिए सुरक्षित रख लिया। बाद में अदालत ने उनकी रिमांड को एक अप्रैल तक बढ़ाने का फैसला सुनाया।