उधम नगर
उधम नगर सिंह के नानकमत्ता गुरुद्वारे के डेरा कारसेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की गुरुवार सुबह अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी. तरसेम सिंह पंजाब और तराई में सिखों के सिरमौर माने जाते थे. इस हत्या से पंजाब में गमगीन माहौल है.
गुरुद्वारे नानकमत्ता साहिब के पास ही डेरा कारसेवा परिसर के भीतर ही उनकी हत्या की गई. उन्हें तड़के छह बजे बाइकसवार हमलावरों ने तीन गोलियां मारी. उन्होंने अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही दम तोड़ दिया. कहा जा रहा है कि दोनों हमलावर मोटरसाइकिल से आए थे और उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर फरार हो गए. पुलिस को मामले में अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है. पुलिस को हत्या में अवैध हथियारों के इस्तेमाल की आशंका है.
फेसबुक पोस्ट कर जताई थी हत्या की आशंका
इस घटना के चश्मदीद गवाह ने बताया कि गुरुवार सुबह जैसे ही बाबा तरसेम सिंह गुरुद्वारा परिसर से बाहर आए. दो अज्ञात हमलावरों ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग करनी शुरू कर दी. उन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन उन्होंने रास्ते में ही दम तोड़ दिया.
उनकी हत्या के बाद से ही अस्पताल के बाहर भारी भीड़ जुटी हुई है. उन्होंने एक महीने पहले ही अपनी हत्या की आशंका जाहिर करते हुए फेसबुक पोस्ट की थी. कहा जा रहा है कि उनका गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी से विवाद चल रहा था. इस घटना से सिखों में भारी रोष है.
जांच के लिए SIT गठित
उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार का कहना है कि हमें आज सुबह लगभग छह बजे सूचना मिली थी कि तड़के 6.15 से 6.30 बजे के बीच दो हमलावर नानकमत्ता गुरुद्वारे में घुसे और कारसेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह को गोली मार दी. उन्हें खटीमा के अस्पताल ले जाया गया लेकिन फिर पता चला कि उन्होंने दम तोड़ दिया है. ये बहुत ही गंभीर मामला है. वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं. एसएसपी पहले से ही वहां हैं. डीआईजी भी वहां पहुंच हे हैं. वह घटनास्थल की जांच कर स्थानीय लोगों से बात करेंगे.
उन्होंने कहा कि इस घटना की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है. इसमें एसटीएफ और स्थानीय पुलिस के अधिकारी होंगे. एसटीएफ से कहा गया है कि इस मामले की वे प्राथमिकता के तौर पर सभी एंगल से जांच करें. हमने न सिर्फ हमलावरों की पहचान की है बल्कि इस अपराध में बड़ी साजिश का भी पता लगाया है. हम जल्द से जल्द इस मामले को सुलझाकर सख्त कार्रवाई करेंगे.
बता दें कि तराई इलाके में अपराध तेजी से बढ़ा है. कुछ महीने पहले ही भारमाल बाबा सहित तीन लोगों की उन्हीं के आश्रम में हत्या कर दी गई थी. वहीं, दो महीने पहले एक ज्वेलर की सरेआम उसी की दुकान में हत्या कर दी गई थी.