भोपाल/उज्जैन
उज्जैन मे महाकाल मंदिर में होली के दिन सुबह भस्म आरती के दौरान लगी आग से झुलसे चौदह लोगों में से एक को उपचार के बाद आज डिस्चार्ज कर दिया गया। शेष तेरह लोगों का इलाज अरविंदो अस्पताल और उज्जैन के स्थानीय अस्पताल मे जारी है। इस पूरी घटना की मजिस्ट्रियल जांच कराई जा रही है।
तीन सदस्यीय जांच समित परसों सुबह अपनी रिपोर्ट कलेक्टर को देगी। इसके बाद महाकाल मंदिर के गर्भगृह में जो घटना हुई उसके कारणों की जानकारी के बाद आगे ऐसी घटना न हो, इसे लेकर कदम उठाए जाएंगे। यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि आने वाले दिनों में गर्भगृह में पंडितों-पुजारियों की संख्या सीमित की जाएगी। जिस गुलाल की वजह से आग लगी उसकी लैब से जांच कराई जा रही है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने इस दुर्घटना में घायल हुए सभी लोगों को एक लाख रुपए की सहायता देने की घोषणा की है।
घटना के चश्मदीद श्रद्धालुओं से भी बात करेगी जांच कमेटी
उज्जैन कलेक्टर नीरज सिंह ने प्रदेश टुडे को बताया कि तीन सदस्यीय जांच समिति बनाई गई है। समिति तीन दिन में जांच रिपोर्ट देगी। मजिस्ट्रियल जांच टीम में सीईओ जिला पंचायत मृणाल मीना अध्यक्ष एडीशनल एसपी जेएन राठौर शामिल हैं। समिति ने महाकाल मंदिर के पुजारियों, मंदिर के कर्मचारी, प्रशासक, सिक्योरिटी में लगे लोगों से पूछताछ शुरु कर दी है।
जांच के बिन्दु में इस घटना के वजह से लेकर, आगे से ऐसी घटना न हो, साथ ही गर्भगृह में गुलाल और चांदी की दीवारों को ढंकने के लिए जो पर्दे लगाए थे, उनको लेकर भी जांच की जाएगी। क्या गुलाल में ऐसा कोई केमिकल था जिससे यह घटनाक्रम हुआ, इसकी भी जांच होगी। महाकाल मंदिर की दुर्घटना की जानकारी मिलते ही सीएम डॉ. मोहन यादव तत्काल रवाना हुए। उन्होंने इंदौर के अरविंदो अस्पताल और उज्जैन के जिला अस्पताल पहुंचकर प्रभवितों से मुलाकात की और डॉक्टरों से चर्चा की। सीएम ने सभी घायलों को एक-एक लाख रुपए की सहायता राशि प्रदान करने की घोषणा भी की थी। इसके बाद सीएम ने महाकाल मंदिर में महाकाल के दर्शन कर प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि की कामना भी की है और मौके पर मौजूद पुजारियों से घटनाक्रम के बारे में चर्चा भी की। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को भी सीएम ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। पीएम और गृह मंत्री ने सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।
फायर एनालिसिस के लिए नागपुर से आई टीम
आग लगने की वजह क्या थी, कैसे लगी और इसे किस तरह से रोका जा सकता था। भविष्य मे इस प्रकार की घटना न हो इसके लिए क्या इंतजाम किए जाए इसके लिए फायर एनालिसिस किया जा रहा है। इसके लिए नागपुर से एक्सपर्ट बुलाए गए है। वे भी एक-एक बिंदु की तहकीकात कर रहे है।
क्या गुलाल कपूर की थाली पर गिरने से भड़की आग?
उज्जैन कलेक्टर नीरज सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि पुजारियों द्वारा गुलाल डाला गया था वह कपूर की थाली में गिर गया इससे आग भड़क गई। गुलाल में किस तरह की सामग्री थी जिसने इतनी तेज आग पकड़ी इसका भी परीक्षण कराया जा रहा है।