मुंबई
आगामी लोकसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र के विपक्षी गठबंधन में सीट बटवारे को लेकर पेच अटका हुआ है। बताया जा रहा है कि राज्य की 48 सीटों में से ज्यादातर सीटों पर महा विकास अघाड़ी (MVA) के बीच समझौता हो चुका है लेकिन दो सीटों पर अभी भी मामला अटका हुआ है। ये सीटें सांगली और भिवंडी हैं। कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई ने सांगली और भिवंडी लोकसभा सीटों पर शिवसेना (यूबीटी) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (SP) के साथ बातचीत में शामिल होने से इनकार कर दिया है।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इन विवादित सीटों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के लिए सोमवार को मुंबई में राकांपा (शरदचंद्र पवार) प्रमुख शरद पवार और शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे के बीच बैठक हुई। कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व ने बता दिया है कि वह इन सीटों पर बातचीत नहीं करेगा। महाराष्ट्र कांग्रेस के एक नेता ने कहा, ''इन सीटों के बारे में आगे कोई भी चर्चा कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व के साथ की जानी चाहिए। राज्य के नेता इन सीटों पर पीछे हटने को तैयार नहीं हैं।''
सोमवार की बैठक में पवार के साथ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख जयंत पाटिल भी थे। ठाकरे के निजी आवास मातोश्री में हुई बैठक में शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत भी मौजूद थे। लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 19 अप्रैल को महाराष्ट्र की पांच लोकसभा सीट पर मतदान होना है, जिसके लिए नामांकन दाखिल करने की समयसीमा खत्म होने में महज दो दिन बाकी हैं।
एमवीए कथित तौर पर विभिन्न सीटों को लेकर अलग-अलग दावों के चलते सीट-बंटवारे का फॉर्मुला और पहले चरण के लिए उम्मीदवारों के नाम घोषित नहीं कर पाया है। इस लिहाज से पवार और ठाकरे की मुलाकात को अहम माना जा रहा है। एमवीए में शामिल कांग्रेस महाराष्ट्र की कुल 48 सीटों में से 12 पर उम्मीदवारों के नाम घोषित कर चुकी है, जहां गठबंधन साझेदारों के साथ उसका सीधा मुकाबला नहीं है जबकि शिवसेना (यूबीटी) और राकांपा (शरदचंद्र पवार) को औपचारिक रूप से अपने उम्मीदवारों की घोषणा करनी है।
सांगली सीट पर कौन चुनाव लड़ेगा इस पर सेना यूबीटी और कांग्रेस के बीच गतिरोध है, वहीं भिवंडी सीट पर एनसीपी और कांग्रेस दोनों दावा कर रहे हैं। बैठक के दौरान पवार और उद्धव ने सांगली और भिवंडी की विवादित सीटों के साथ-साथ एमवीए गठबंधन सहयोगियों के बीच सीट बंटवारे के फॉर्मूले पर चर्चा की। दोनों दलों के प्रमुख अब इन सीटों पर समझौते के लिए दिल्ली का रुख कर सकते हैं। कहा जा रहा है कि उद्धव और पवार अब दिल्ली में कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व के साथ बातचीत करेंगे और विवादित सीटों के मुद्दे को सुलझाने और सीट-बंटवारे के फॉर्मूले को अंतिम रूप देंगे।
इस बीच, सेना यूबीटी मंगलवार को लोकसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची आधिकारिक तौर पर घोषित करेगी। संजय राउत ने कहा कि पार्टी ने मंगलवार को 15-16 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करने की योजना बनाई है। पिछले हफ्ते कांग्रेस ने राज्य के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा की थी। हालांकि, न तो राकांपा और न ही सेना यूबीटी ने उम्मीदवारों की कोई आधिकारिक सूची घोषित की है।
सेना यूबीटी की पहली सूची में मुंबई दक्षिण, मुंबई दक्षिण मध्य, मुंबई उत्तर पूर्व मुंबई उत्तर पश्चिम, ठाणे, संभाजी नगर, शिरडी, बुलढाणा और हिंगोली सीटें शामिल होंगी। इस बीच, प्रकाश अंबेडकर ने मंगलवार को संकेत दिया कि वंचित बहुजन अघाड़ी ने एमवीए से नाता तोड़ने का फैसला किया है। राउत ने कहा कि विपक्ष ने प्रकाश अंबेडकर को चार सीटें देने का वादा किया था, जो उन्हें ठीक नहीं लगा। पहले चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की 27 मार्च की समयसीमा खत्म होने वाली है, ऐसे में अब तक अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा नहीं कर पाने वाले दलों ने प्रक्रिया तेज कर दी है।