बांदा
यूपी की बांदा जेल में बंद पूर्वांचल के माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की तबीयत बिगड़ गई है। सोमवार की रात पेट में दर्द की शिकायत के बाद सुबह 3:55 बजे के करीब उन्हें बांदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। मुख्तार के स्वास्थ्य की सभी जांचें करा ली गई हैं। पता चला है कि मुख्तार की तबीयत खराब होने की सूचना पर उनके भाई और गाजीपुर से सांसद अफजाल अंसारी बांदा के लिए रवाना हो गए हैं।
बांदा मेडिकल कॉलेज द्वारा सुबह आठ बजे जारी मेडिकल बुलेटिन के अनुसार जेल में बंद मुख्तार अंसारी पिछले 4-5 दिन से कब्ज से परेशान थे। सोमवार की रात में पेट में दर्द की शिकायत हुई। सुबह 3:55 बजे बांदा जेल से उन्हें मेडिकल कॉलेज लाया गया। यहां मुख्तार की सभी मेडिकल जाचें कराई गईं। मुख्तार की हालत स्थिर बताई जा रही है। इलाज जारी है।
बता दें कि मुख्तार की सुरक्षा में लापरवाही को लेकर दो दिन पहले ही एक जेलर और दो डिप्टी जेलर को सस्पेंड किया गया था।
18 महीने में आठ मुकदमों में हुई सजा
बांदा जेल में बंद मुख्तार को महज 18 महीने में ही आठ मुकदमों में कोर्ट ने सजा सुनाई है। इसमें दो बार उम्रकैद की सजा हुई है। मुख्तार के विरुद्ध लंबित 65 मुकदमों में से 21 का विभिन्न न्यायालयों में ट्रायल चल रहा है। सरकार की पैरवी से हाल ही में 34 वर्ष पुराने एक मुकदमे में वाराणसी के एमपी-एमएलए कोर्ट से मुख्तार को आजीवन कारावास की सजा मिली है। यह मामला फर्जी शस्त्रत्त् लाइसेंस से संबंधित है।
लापरवाही में नप गए अफसर
दो दिन पहले ही बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी को लाने और ले जाने में लापरवाही बरतने वाले बांदा मंडल कारागार में तैनात जेलर और दो डिप्टी जेलर को निलंबित किया गया था। दो मार्च को डीआईजी जेल प्रयागराज ने यहां कारागार का औचक निरीक्षण किया था। उन्होंने अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपी थी।
उनकी रिपोर्ट के आधार पर डीजी जेल एसएन साबत ने जेलर योगेश कुमार, डिप्टी जेलर राजेश कुमार और अरविंद कुमार को सस्पेंड कर दिया। मुख्तार अंसारी को पंजाब की रोपड़ जेल से कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था के बीच सात अप्रैल 2021 को बांदा मंडल कारागार में शिफ्ट किया गया था।