नई दिल्ली.
वैदिक ज्योतिष में ग्रहों का राशि परिवर्तन और दो या दो से ज्यादा ग्रहों की किसा एक राशि में युति का विशेष महत्व होता है। 31 मार्च को सुख, वैभव, सौंदर्य, भोग-विलास और सपन्नता के कारक ग्रह शुक्र अपनी उच्च राशि मीन में प्रवेश कर रहे हैं। शुक्र के मीन राशि में प्रवेश करने से राहु के साथ युति बनेगी। राहु जिसे छाया ग्रह माना जाता है वह मीन राशि में ही मौजूद हैं। इस तरह से मीन राशि में 18 वर्षों के बाद शुक्र-राहु की युति होने जा रही है।
ज्योतिष के अनुसार राहु और शुक्र ग्रह की आपस में मित्रता है। मीन राशि में राहु-शुक्र युति से कुछ राशि के जातकों को जबरदस्त फायदा मिल सकता है। राहु जिसे छाया ग्रह माना जाता है वह मीन राशि में ही मौजूद हैं। इस तरह से मीन राशि में 18 वर्षों के बाद शुक्र-राहु की युति होने जा रही है।
वृष राशि
वृषभ राशि के जातकों को शुक्र-राहु की युति फायदा दिला सकती है। यह युति आपकी कुंडली में लाभ के स्थान पर बनने वाली है। ऐसे में इस राशि के जातकों को लाभ के बेहतरीन अवसर मिल सकते हैं। आपकी आर्थिक स्थिति पहले के मुकाबले बढ़िया हो सकती है। नौकरीपेशा जातकों को उनके प्रयासों में सफलता मिल सकती है जिससे नई नौकरी के मौके मिल सकते हैं। व्यापार में अच्छा मुनाफा मिलने की संभावना है।
धनु राशि
धनु राशि के जातकों के लिए शुक्र और राहु का मीन राशि में संयोग अच्छा परिणाम दिलाने वाला सिद्ध हो सकता है। जो लोग जमीन-जायदाद के बिजनेस में हैं उन्हें लाभ मिल सकता है। सुख-सुविधाओं में इजाफा होने से आपका मन प्रसन्न रहेगा। नौकरीपेशा जातकों को लाभ के अच्छा अवसर और प्रमोशन भी मिल सकता है। सुख-सुविधाओं में वृद्धि होने से आपकी आर्थिक स्थिति बेहतर रहेगी।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों के लिए शुक्र-राहु की युति बहुत ही शुभ साबित हो सकती है। यह युति आपकी धन भाव पर होने से आपको कही न कही धन लाभ जरूर होगा। नौकरी करने वाले जातकों को उनके कार्यलय में कुछ ऐसी स्थितियां बन सकती है जिससे आने वाले समय में उनके प्रमोशन और वेतन में वृद्धि के योग होंगे।