ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यदि आप अपनी कुंडली में ग्रहों की अनूकूलता पाना चाहते हैं तो इस बार होलिका दहन में राशिनुसार कुछ सामग्री अर्पित करें। ताकि आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो और ग्रह बाधा दूर हो जाए।
मेष राशि
मेष राशि के जातक होलिका दहन के समय 7 नग काली मिर्च ऊसारकर होलिका में अर्पण करें। स्वास्थ्य परेशानी दूर हो जाएगी।
वृषभ राशि
वृषभ राशि के लोग सफेद चंदन होलिका के तीन फेरे लेकर डालें इससे मानसिक चिंता दूर हो जाएगी।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातक चने की दाल 100 ग्राम दहन में डाले आर्थिक संकट समाप्त होगा।
कर्क राशि
कर्क राशि के लोगों को 50 ग्राम सौंफ की होलिका में आहुति देनी चाहिए। इससे वाणी दोष दूर होगा और बिगड़े काम बनेंगे।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों को 250 ग्राम जौ को होलिका में अर्पण करने से किसी भी रोग से छुटकारा मिल जाता है।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों को 3 नग जायफल 3 नग काली मिर्च होलिका दहन में डालनी चाहिए इससे सभी संकटों से मुक्ति मिल जाएगी
तुला राशि
तुला राशि वालों को होलिका दहन के दिन गुड़ और 2 हल्दी की गांठ दहन में अर्पित करनी चाहिए। ऐसा करने से कार्य में सफलता तथा पदोन्नति होगी।
वृश्चिक राशि
होलिका दहन के दिन वृश्चिक राशि वालों को 100 ग्राम पीली सरसों 3 बार ऊसार कर होलिका में आहुति देने से भाग्योदय होगा।
धनु राशि
धनु राशि के जातकों को 50 ग्राम चावल व गुड़ दहन में डालने से सकंट दूर हो जाएगा और सफलता प्राप्त होगी।
मकर राशि
मकर राशि वालों को गुड़ और 5 हल्दी की गांठ दहन में अर्पण करने से शनि के साढ़े साती का प्रभाव कम हो जाएगा।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों को काले उड़द की दाल और गुड़ के मिश्रण को होलिका में अर्पित करना चाहिए। इससे फिजूल खर्च से मुक्ति मिलेगी।
मीन राशि
मीन राशि के लोगों को 50 ग्राम जीरा और 50 ग्राम नमक की आहुति होलिका में देने से धन लाभ होता है और तरक्की मिलेगी।
इसके साथ ही मकर,कुंभ और मीन राशि के जातक, जिन पर साढ़े साती है वे लोग दहन में गुड़ अवश्य चढ़ाए लाभ मिलेगा। वहीं कर्क और वृश्चिक राशि के लोगों को ढैय्या के प्रभाव को कम करने के लिए होलिका में लोबान की आहुति देने से लाभ मिलेगा।
इन बातों का भी रखें ध्यान
होलिका दहन के अगले दिन सबसे पहले प्रात: उठकर भगवान विष्णु, भगवान श्रीकृष्ण एवं अपने आराध्य देवों की लाल गुलाल और फूलों से पूजा करें। आराध्य देवों की पूजा के बाद घर के बड़े-बुजूर्गों से आशीर्वाद लें। पूजा अर्चना के बाद जरुरतमंदों को कुछ दान करें तो बहुत पुण्य मिलेगा।