प्रतापगढ़
उत्तर प्रदेश की 'आंवला नगरी' प्रतापगढ़ से जुर्म की ऐसी दास्तान सामने आई है जिसने पिता-बेटे के रिश्तों पर काला धब्बा लगा दिया। पिता मनचाहा जेबखर्च नहीं देता था, इसलिए 16 साल के बेटे ने शूटरों को सुपारी देकर उसकी हत्या करवा दी। कलयुगी पुत्र ने तीन शूटरों से छह लाख रुपये में डील की और डेढ़ लाख रुपये एडवांस भी दे दिए थे। पुलिस ने इस हत्याकांड में आरोपी बेटे समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। दो अन्य फरार आरोपियों की तलाश चल रही है। नाबालिग को बाल सुधार गृह भेज दिया गया है।
अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी दुर्गेश कुमार सिंह ने बताया कि खास पट्टी कस्बा में 21 मार्च की सुबह फर्नीचर व्यवसायी नईम (50) की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की मदद से आरोपियों की पहचान की थी। पुलिस ने आरोपी पीयूष पाल को गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर नईम के बेटे, शुभम सोनी एवं प्रियांशु उर्फ गोलू को भी गिरफ्तार कर लिया। वहीं आकाश गुप्ता और स्वप्नदीप यादव उर्फ कल्लू डान फरार हैं जिनकी तलाश की जा रही है।
पहले भी पिता की हत्या का किया था प्रयास
पुलिस की पूछताछ में नईम के बेटे ने बताया कि वह गलत संगत में पड़ गया था। इसी वजह से वह कभी दुकान से तो कभी घर से पैसे और आभूषण चुरा लिया करता था, जिससे उसका खर्च चलता था। पिता पैसे देने से मना करते थे और पाबंदी लगाते थे, जिससे वह नाराज रहता था। उसने पहले भी पिता की हत्या का प्रयास किया मगर असफल रहा। इसलिये उसने पिता की हत्या के लिए तीनों शूटरों को सुपारी दी थी। उसने शूटरों से कहा था कि बाकी पैसों का भुगतान वह काम हो जाने के बाद करेगा।