नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर शुक्रवार को पड़ोसी देश भूटान पहुंचे हैं। यहां पीएम मोदी को भूटान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया गया। दरअसल, पीएम मोदी भूटान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान प्राप्त करने वाले पहले विदेशी शासनाध्यक्ष बन गए हैं। भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक ने पीएम मोदी को 'ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो' से सम्मानित किया।
सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से हुए सम्मानित
पीएम मोदी ने भूटान के टेंड्रेलथांग फेस्टिवल ग्राउंड में एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया। यहां पर जनता को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज एक भारतीय के नाते मेरे जीवन का बहुत बड़ा दिन है। आपने मुझे भूटान के सर्वोच्च राष्ट्रीय अवार्ड से सम्मानित किया है। हर अवार्ड अपने आप में विशेष होता है, लेकिन जब किसी अन्य देश से अवार्ड मिलता है, तो भरोसा मजबूत होता है कि हम दोनों देश सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा, "ये सम्मान मेरी व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, ये भारत और 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान है। भूटान की इस महान भूमि पर मैं सभी भारतवासियों की ओर से ये सम्मान नम्रता से स्वीकार करता हूं और इस सम्मान के लिए आप सभी का हृदय से कोटि-कोटि धन्यवाद करता हूं।"
भारत और भूटान के संबंध प्राचीन
पीएम मोदी ने कहा, "भारत और भूटान के संबंध जितने प्राचीन हैं, उतने ही नवीन और सामयिक भी हैं। 2014 में जब मैं भारत का प्रधानमंत्री बना, तो मेरी पहली विदेश यात्रा के रूप में मेरा भूटान आना स्वाभाविक था। 10 वर्ष पहले भूटान द्वारा किए गए उस स्वागत और गर्मजोशी ने प्रधानमंत्री के रूप में मेरी कर्तव्य यात्रा की शुरुआत को यादगार बना दिया था।" उन्होंने कहा, "भारत और भूटान के युवाओं की आकांक्षाएं और लक्ष्य एक जैसे हैं। भारत ने 2047 तक विकसित देश बनने का लक्ष्य तय किया है, वहीं भूटान ने 2034 तक उच्च आय वाला देश बनने का लक्ष्य रखा है। आपके इस लक्ष्य को पूर्ण करने के लिए BB यानी ब्रांड भूटान और भूटान बिलिव दोनों को सफल बनाने के लिए भारत हर कदम पर आपके साथ खड़ा है।"
भूटान से मिले सहयोग पर पीएम मोदी ने कहा, "हम सहयोग के साथ साथ एक दूसरे की सफलताओं को भी सेलिब्रेट करते हैं। जब भारत का मिशन चंद्रयान सफल हुआ था, तब भूटान के लोग भी उतनी ही खुशी से भर गए थे, जितने भारत के लोग खुश हुए थे।" उन्होंने कहा, "आज भारत विश्व की सबसे तेज गति से प्रगति कर रही पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। आज की उपलब्धियों को आगे ले जाने के लिए हमने 25 वर्ष के अमृतकाल का संकल्प लिया है। शीघ्र ही हम विश्व की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहे हैं। हमारी इस यात्रा में भूटान एक मजबूत भागीदार होगा।"