Home देश मुझे केजरीवाल के हालात पर दुख नहीं होता: अन्ना हजारे

मुझे केजरीवाल के हालात पर दुख नहीं होता: अन्ना हजारे

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नईदिल्ली

सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि मुझे दुख होता है कि केजरीवाल ने मेरी बात नहीं मानी. केजरीवाल के मुख्यमंत्री बनने के बाद नई शराब नीति को लेकर मैंने उन्हें दो बार चिट्ठी लिखी थी. मुझे दुख होता है कि उन्होंने मेरी बात नहीं मानी और अब वो इसमें गिरफ्तार हो गए. हजारे ने कहा कि जब केजरीवाल और मनीष सिसोदिया नए-नए हमारे साथ आए थे, तब मैंने कहा था कि हमेशा देश की भलाई के लिए काम करना. लेकिन उन्होंने इस बात को ध्यान में नहीं रखा. उन्होंने कहा कि मैं अब उन्हें कोई सलाह नहीं दूंगा. कानून और सरकार को जो करना होगा वो करे.

अन्ना ने इस बात का दुख जाहिर किया कि जो कभी उनके साथ शराब के खिलाफ काम करते थे वह शराब नीति बनाने लगे। 

महाराष्ट्र में अपने गांव रालेगण सिद्धि से एक बयान जारी करते हुए हजारे ने कहा, 'मुझे बहुत दुख हुआ कि अरविंद केजरीवाल जैसा आदमी जो मेरे साथ काम करता था। शराब के बारे में हम लोगों ने आवाज उठाई थी, वह आज शराब नीति बना रहा है। इसका मुझे दुख हुआ। लेकिन करेगा क्या, सत्ता के सामने कुछ नहीं चलता। आखिर उसको जो गिरफ्तार किया गया वह उनकी कृति से हुआ। हम यह बातें नहीं करते तो गिरफ्तारी का प्रश्न नहीं होता। जो हुआ है वह कानूनी के तौर पर जो होगा वह होगा, वह सरकार देखेगी। वह सोचेगी।'

अन्ना हजारे के साथ भ्रष्टाचार के खिलाफ छेड़ी थी जंग

गौरतलब है कि साल 2011 में  अन्ना हजारे ने भ्रष्टचार के खिलाफ जंग छेड़ी थी और केजरीवाल इस जंग में उनके साथ डट कर खड़े रहे।  अन्ना हजारे ने अरविंद केजरीवाल के साथ मिलकर लोकपाल विधेयक को लागू करने की मांग करते हुए इंडिया अगेंस्ट करप्शन ग्रुप (IAC) का गठन भी किया था। इस मांग को लेकर वह राम लीला मैदान में भूख हड़ताल पर बैठे थे। उस वक्त यह आंदोलन 28 अगस्त तक चला। उस समय अरविंद केजरीवाल के साथ किरण बेदी, संजय सिंह और मनीष सिसोदिया ने भी अन्ना हजारे के साथ इस आंदोलन में शामिल थे लेकिन अन्ना हजारे के बाद केजरीवाल आंदोलन का मुख्य चेहरा बनकर उभरे। इसके बाद केजरीवाल ने अपनी पार्टी का गठन किया और 24 नवंबर 2012 को आम आदमी पार्टी बनाई गई। 

2 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार हुए केजरीवाल

बता दें, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने केजरीवाल को दिल्ली के कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार किया है। उन पर शराब नीति को लेकर साजिश रचने और पार्टी पर 100 करोड़ रुपए की रिश्वत लेने का आरोप है। ईडी ने इस मामले में पूछताछ के लिए केजरीवाल को 9 समन भेजे थे लेकिन उन्होंने हर इन्हें अवैध बताते हुए दरकिनार कर दिया। उधर की गिरफ्तारी की आशंका तो लेकर केजरीवाल ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया लेकिन उन्हें वहां से भी राहत नहीं मिली जिसके बाद गुरुवार रात ईडी उनके आवास पर 10वां समन लेकर पहुंची और 2 घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया। 

 

केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट से वापस ली याचिका

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट से अपनी याचिका वापस ले ली है. उन्होंने इस याचिका में ईडी की ओर से की गई गिरफ्तारी का विरोध किया था. केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कोर्ट को बताया कि दरअसल केजरीवाल की रिमांड और सुप्रीम कोर्ट के समक्ष उनकी याचिका एक दूसरे से क्लैश कर रही थी. इसलिए हमने याचिका वापस लेने का फैसला किया.

ED अधिकारियों की जासूसी कर रहे थे अरविंद केजरीवाल

ईडी को केजरीवाल के घर पर छापेमारी में कई अहम दस्तावेज मिले हैं. सूत्रों का कहना है कि इन दस्तावेजों से पता चला है कि केजरीवाल दरअसल ईडी अधिकारियों की जासूसी कर रहे थे. केजरीवाल के घर पर छापेमारी में बरामद दस्तावेजों में ईडी के दो बड़े अधिकारियों के नाम और पूरे पते के साथ उनके परिवारों का भी पूरा ब्योरा मिला है. कहा जा रहा है कि आज कोर्ट में सुनवाई के दौरान ईडी पहली बार आम आदमी पार्टी के खिलाफ सबूत पेश करेगी. ईडी का कहना है कि शराब घोटाले का पैसा गोवा में इस्तेमाल किया गया. ईडी ने इस संबंध में गोवा में चुनाव लड़ने वाले आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों के बयान भी दर्ज किए हैं. इन उम्मीदवारों का कहना है कि उन्हें चुनाव लड़ने के लिए कैश दिया गया था. एजेंसी का आरोप है कि ये वही पैसा है, जो पार्टी को शराब घोटाले में मिला था.

शराब घोटाले से AAP को मोटा पैसा मिला: संबित पात्रा

अरविंद केजरीवाल को सही ठहराते हुए बीजेपी के प्रवक्ता संबिता पात्रा ने कहा कि केजरीवाल जी, अगर आप भ्रष्ट हैं तो आप यकीनन जेल जाएंगे. आइए, शराब घोटाले की क्रोनोलॉजी समझिए. नवंबर 2021 में दिल्ली सरकार ने बिना कैबिनेट की मंजूरी के नई शराब नीति की घोषणा की. जुलाई 2022 में दिल्ली के मुख्य सचिव ने नई शराब नीति पर आपत्ति जताई. इसके बाद उपराज्पाल ने सीबीआई जांच की सिफारिश की, जिसेक बाद दिल्ली सरकार ने इस पॉलिसी को वापस ले लिया. 19 अगस्त 2022 में मनीष सिसोदिया के घर पर छापेमारी की गई. इस नीति में शराब कार्टेल को फायदा पहुंचाया गया था. शराब वेंडर्स को दिए जाने वाले कमीशन को पांच फीसदी से बढ़ाकर 12 फीसदी कर दिया गया. इससे आम आदमी पार्टी को एक बड़ी धनराशि अवैध तौर पर मिली.

शराब घोटाला दिल्ली का सबसे बड़ा घोटाला: संबित पात्रा

शराब घोटाले में दिल्ली के सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी पर बीजेपी के प्रवक्ता संबिता पात्रा ने का कि कानून तोड़ने वालों का गुरूर टूटा है. शराब घोटाला दिल्ली का सबसे बड़ा घोटाला है. दिल्ली की शराब नीति जांच के दायरे में आते ही वापस ले ली. जो घोटाला करेगा, वो जेल जाएगा. केजरीवाल सोनिया गांधी पर कार्रवाई की बात करते थे. लेकिन खुद भ्रष्टाचार में लिप्त रहे.