भोपाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक सीएम के रूप में वह जेल जा रहे हैं।
मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि पद का इतना लालच अरविंद केजरीवाल को शोभा नहीं देता। उन्हें सीएम पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने केजरीवाल के जेल से सरकार चलाने पर कहा कि अरविंद केजरीवाल को पद का मद है। मुख्यमंत्री के रूप में जेल जाना ये बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है, आज तक कभी ऐसा समय नहीं आया।
डॉ यादव ने कहा कि अपने देश का इतिहास है कि जब किसी पर कोई आरोप लगता है तो वो सबसे पहले अपना इस्तीफा देता है। जब तक आरोप से बरी ना हो जाए, तब तक वो अपना दायित्व नहीं लेता। लाल बहादुर शास्त्री से लेकर लालकृष्ण आडवाणीजी तक किसी ने अपना दायित्व नहीं लिया।
सीएम ने कहा कि जब उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणीजी का एक डायरी में झूठा नाम आया था, तब उन्होंने तुरंत सभी पदों से इस्तीफा दिया था। यहां तक की सांसद पद तक से भी इस्तीफा दिया और कोर्ट को फेस किया।कोर्ट को फेस करने के बाद ही ये डिसाइड हुआ कि वो पार्टी का चुनाव लड़े और बाद में वो पदाधिकारी हुए।
डॉ मोहन यादव ने कहा कि मैं मान कर चलता हूं कि लोकतंत्र में अगर किसी के ऊपर उंगली उठ रही है और उसके ही पार्टी के ही दो-दो मंत्री इसी आरोप में जेल में बंद हैं। जिन्हें लगातार प्रयास करने के बाद भी हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट कहीं से जमानत नहीं मिली। शराब कांड के मामले में जब केजरीवाल के पास 9 बार समन गए, वो हाईकोर्ट गए और जब हाई कोर्ट ने रिलीफ नहीं दी, तो ऐसे में स्वतः इस्तीफा देकर पहले अपने ऊपर लगे आरोप को फेस करते और बरी होने के बाद वो अपनी सरकार चलाते। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में जेल जाना ये बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है, आज तक कभी ऐसा समय नहीं आया।
सीएम ने कहा कि पद का इतना मोह, लोभ केजरीवालजी को शोभा नहीं देता। अरविंद केजरीवाल को पद का मद चढ़ रहा है। इससे उनको बाहर आना चाहिए।
इस्तीफा नहीं देने पर सीएम यादव ने केजरीवाल पर बोला हमला
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने केजरीवाल के जेल से सरकार चलाने पर कहा कि अरविंद केजरीवाल को पद का मद है। मुख्यमंत्री के रूप में जेल जाना बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है, आज तक कभी ऐसा समय नहीं आया है। सीएम यादव ने कहा कि अपने देश का इतिहास है कि जब किसी पर कोई आरोप लगता है तो वो सबसे पहले अपना इस्तीफा देता है। जब तक आरोप से बरी न हो जाए, तब तक वो अपना दायित्व नहीं लेता।
लाल बहादुर शास्त्रीजी से लेकर लालकृष्ण आडवाणीजी तक किसी ने भी अपना दायित्व नहीं लिया। जब उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी का एक डायरी में झूठा नाम आया था, तब उन्होंने तुरंत सभी पदों से इस्तीफा दिया था। यहां तक की सांसद पद तक से भी इस्तीफा दिया और कोर्ट को फेस किया। कोर्ट को फेस करने के बाद ही ये डिसाइड हुआ कि वो पार्टी का चुनाव लड़े। मैं मान कर चलता हूं कि लोकतंत्र में अगर किसी के ऊपर उंगली उठ रही है और उसके ही पार्टी के दो-दो मंत्री इसी आरोप में जेल में बंद हैं। जिन्हें प्रयास करने के बाद भी हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट से जमानत नहीं मिल रही है।
सीएम ने कहा कि शराबकांड के मामले में केजरीवाल के पास 9 बार समन गए। वे हाईकोर्ट गए लेकिन राहत नहीं मिली तो उन्हें इस्तीफा देकर अपने ऊपर लगे आरोप को फेस करते और फिर बरी होने के बाद अपनी सरकार चलाते। मुख्यमंत्री के रूप में जेल जाना बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है, आज तक कभी ऐसा नहीं हुआ। पद का इतना मोह, लोभ केजरीवाल को शोभा नहीं देता। उन पर पद का मद चढ़ रहा है। इससे उनको बाहर आना चाहिए।
मुख्यमंत्री यादव आज मंडला में करेंगे चुनावी प्रचार
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज 22 मार्च को मंडला चुनाव प्रचार पर रहेंगे। वे मां नर्मदा का पूजन और रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर पार्टी प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते के नामांकन के दौरान उपस्थित रहेंगे। मुख्यमंत्री यादव दोपहर 12.10 बजे भोपाल से मंडला पहुंचकर रपटा घाट में मां नर्मदा के दर्शन कर पूजन करेंगे। दोपहर 12.25 बजे रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर निषादराज भवन में विशाल आमसभा को संबोधित करेंगे। दोपहर 1.20 बजे पार्टी प्रत्याशी फग्गन सिंह कुलस्ते की नामांकन रैली में शामिल होंगे। दोपहर 2.30 बजे मंडला जिला कार्यालय में प्रबंध समिति की बैठक और वरिष्ठ कार्यकताओं से मुलाकात करेंगे। दोपहर 3.30 बजे शक्तिवंदन कार्यक्रम में शामिल होंगे और शाम 4 बजे मंडला में बालाघाट लोकसभा की बैठक लेंगे। इसके बाद सीएम यादव शाम 5.30 बजे भोपाल के लिए रवाना होंगे।