Home छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ में ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान, किसानों ने नुकसान का...

छत्तीसगढ़ में ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान, किसानों ने नुकसान का आकलन कर मुआवजे की मांग

6

बलरामपुर-रामानुजगंज.

छत्तीसगढ़ में इन दिनों मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया है। पूरे प्रदेशभर में बारिश और ओलावृष्टि हुई। इससे मौसम पूरी तरह ठंडा हो गया है। वहीं तेज धूप और भारी गर्मी गायब हो गई है। प्रदेश में नमी हवाओं के आगमन से ठंडकता बढ़ गई है। अधिकतम तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। प्रदेशभर में गरज-चमक के साथ अंधड़ और ओलावृष्टि हुई है। कई इलाकों के सड़कों पर बर्फ के चादर भी बिछे हुए है।

बलरामपुर रामानुजगंज में शाम साढ़े बजे के आसपास जबरदस्त ओलावृष्टि हुई है। इससे किसानों द्वारा लगये फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। सेमरसोत जंगल और ग्राम पाढ़ी में  तरबूज, मक्का, लौकी, गेहूं सहित कई फसलों को भारी नुकसान हुआ। किसानों के दो एकड़-तीन एकड़ से भी ज्यादा अलग-अलग फसलें लगी हुई है, जो कि ओलावृष्टि की वजह से नुकसान हो गया है। गांव की सरपंच मीना तिर्की ने नुकसान का आकलन कर मुआवजे की मांग प्रशासन से की। ओलावृष्टि इतनी जबरदस्त थी कि सेमरसोत जंगल और पूरे गांव में बर्फ की मोटी चादर बच गई, जो देर रात तक बनी रही।  राष्ट्रीय राज्य मार्ग में ओलावृष्टि की वजह से वाहने भी रुक गई थी।

इसके प्रभाव से बदला हुआ है मौसम
मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में अगले 14 घंटे में अधिकतम तापमान में कोई विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। इसके बाद अगले चार दिनों में तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है। मौसम एक्सपर्ट का कहना है कि एक चक्रवती परिसंचरण पश्चिम विदर्भ और आसपास के क्षेत्र पर स्थित है और औसत समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तृत है एक ट्रफ हवा का विच्छेदन दक्षिण आंतरिक कर्नाटक से लेकर पश्चिम विदर्भ और आसपास के क्षेत्र में उपरोक्त चक्रवर्ती परिसंचरण तक औसत समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर ऊपर फैला हुआ है इसके प्रभाव से प्रदेश में मौसम को मिजाज बदला हुआ है। वहीं प्रदेश में कुछ स्थानों पर गरज चमक के साथ वर्जापत और अंधड़ चलने की संभावना है।

बदल सकता है मौसम
छत्तीसगढ़ में 2 दिन बाद मौसम में बदलाव होने की संभावना है। मौसम विभाग का कहना है कि छत्तीसगढ़ में मौसम का मिजाज दो दिनों बाद बदल सकता है। वहीं मौसम शुष्क रहने की भी संभावना है। इसके बाद अधिकतम तापमान में भी वृद्धि होने की संभावना है। प्रदेश में बारिश और ओलावृष्टि होने की वजह से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। प्रदेश में सर्वाधिक अधिकतम तापमान 33.5 डिग्री सेल्सियस दंतेवाड़ा में दर्ज किया गया है। वहीं सबसे कम न्यूनतम तापमान 16.8 डिग्री सेल्सियस अंबिकापुर में दर्ज किया गया है।

पांच डिग्री गिरा पारा
आज राजधानी रायपुर में आकाश आंशिक मेघमय रहने की संभावना है। साथ ही गरज चमक के साथ शहर के कुछ जगहों पर छींटे पढ़ने की संभावना है। यहां की अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। बीते दिनों रायपुर में 30.5 दो डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया, जो सामान से 6 डिग्री कम रहा।
इन इलाकों में हुई बारिश
बीते दिनों प्रदेश के कई इलाकों में बारिश हुई है। बारिश के मुख्य आंकड़े सेंटीमीटर में देखें तो अकलतरा, भाटापारा में 5-5 सेंटीमीटर, मस्तूरी, गंडई, सोनहत, कवर्धा में 4-4, बिल्हा, पामगढ़, साजा, जांजगीर, भिलाई, बिलासपुर, नवागढ़, मरवाही में 3-3, रायगढ़,शक्ति, घरघोड़ा,सारंगढ़, खरसिया, पुसौर, कोरबा में 2-2, दुर्ग, मुंगेली, मालखरौदा, तमनार, कसडोल, चंपा,बलौदा बाजार और डभरा में 1-1 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई है।