परासिया
जिले में हुई ओलावृष्टि से किसानों की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई है है। किसानों ने बताया कि यहां आंवले के बराबर ओले गिरे है। जिसके चलते क्षेत्र में सभी किसानों को नुकसानी का सामना करना पड़ा है। तेज बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की रबी मौसम की फसलें पूरी तरह तबाह हो चुकी है।
इधर, प्रभावित क्षेत्रों का सांसद नकुलनाथ ने हवाई सर्वेक्षण कर वस्तुस्थिति देखी, साथ ही मोहखेड़ ब्लाक में गांवों में पहुंचकर खेतों में पीड़ित किसानों से चर्चा कर क्षति के संबंध में जानकारी ली। सांसद नकुलनाथ ने खेत से ही प्रशासनिक अधिकारियों से मोबाइल पर चर्चा कर अविलंब सर्वे कराकर प्रदेश सरकार को रिपोर्ट भेजने की बात कही।
उमरेठ में तरबूज की फसल हुई तबाह
बीते दिन हुई ओलावृष्टि में परासिया विधानसभा में भी मौसम की मार किसानों को झेलनी पड़ी है। यहां उमरेठ तहसील के ग्राम रिधोरा, पाठा, गुलबा, छाबड़ी, बिजोरी, गुमाई , गाजनडोह, परसोली, कन्हरगांव सहित अन्य ग्रामों में ओलावृष्टि से गेंहू, चने की फसल बर्बाद हुई। वहीं तरबूज और डंगरे की फसल भी बर्बाद हो गई। जिसके चलते किसानों को लाखों रुपए की क्षति का सामना करना पड़ा है।
सर्वे के लिए गठित की संयुक्त टीम
जिले में मौसम की मार से बर्बाद किसानों को जल्द ही राहत पहुंचाने अब प्रशासन ने कमर कस ली है। कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह द्वारा सभी एसडीएम को जल्द सर्वे कराकर रिपोर्ट प्रस्तुत करने निर्देश दिए गए है। वहीं एसडीएम द्वारा सर्वे हेतु सयुंक्त दल का गठन भी कर दिया गया है। चर्चा में जिला कृषि उपसंचालक जितेंद्र सिंह ने बताया कि जिले में फसल नुकसानी की रिपोर्ट तैयार करने राजस्व, कृषि, उद्यानिकी और पंचायत विभाग के सयुंक्त अमले की ड्यूटी लगाई गई है, जिनसे जल्द से जल्द सर्वेकर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए गए है।
दो दिन छाये रहेंगे बादल, फिर खुलेगा मौसम
जिले में दो दिन और संकट के है। मौसम विभाग की मानें तो दो दिन और आसमान में बादल छाये रहेंगे। हालांकि इस दौरान बारिश की संभावना कम है। किन्तु बिगड़े मौसम के मिजाज के चलते किसान चिंतित है। चर्चा में मौसम वैज्ञानिक संत कुमार शर्मा ने बताया कि जिले में 20 और 21 मार्च को भी हल्के बादल छाये रहेंगे। जिसके पश्चात आसमा साफ होगा। साथ ही किसानों को बिगड़े मौसम के मिजाज से राहत मिलेगी।