इंदौर
इंदौर में 30 मार्च को रंग पंचमी मनेगी। इस दिन शासन ने स्थानीय अवकाश घोषित किया है। रंगपंचमी पर शहर के मध्य हिस्से से परंपरागत गेर भी निकलेगी। इस बार प्रशासन ने गेर का क्रम भी बदला है। रणजीत अष्टमी पर निकली प्रभातफेरी के दौरान हुई हत्या से सबक लेते हुए प्रशासन ने गेर में हथियार लेकर चलने वालों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई करने का फैसला लिया है।
गेर की तैयारियों को लेकर बुधवार को आयोजित बैठक में कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि गेर में आचार संहिता का पालन भी करना होगा। इसके तहत किसी भी राजनीतिक दलों के चिन्ह, बैनर, पोस्टर आदि का प्रर्दशन नही किया जा सकेगा।
बैठक में बताया गया कि गेर शहर में परम्परागत रूप से निर्धारित मार्गों से निकाली जायेगी। बैठक में सभी आयोजकों की सहमति से गेर के क्रम में संशोधन किया गया है। अब सबसे पहले राधा-कृष्ण फाग यात्रा निकलेगी। यह यात्रा सुबह ठीक 10 बजे निकलना प्रारंभ हो जाएगी। इसके बाद टोरी कार्नर, मारल क्लब, रसिया कार्नर, संगम कार्नर और जूनी इंदौर क्षेत्र से माधव फाग यात्रा निकलेगी।
आयोजकों से कहा गया कि गेर में शामिल वाहनों पर भी सवार लोग कई बार गुब्बारे, पाॅलीथिन से लोगों को निशाना बनाते है। यह नहीं होना चाहिए। कलेक्टर ने कहा कि गेर में समय एवं अनुशासन का विशेष रूप से पालन करें। वे यह तय करें कि किसी भी तरह की हुडदंग नहीं हो, शालिनता बनी रहे। उन्होंने कहा कि गेर में किसी भी तरह की हुडदंग करने वालों को छोड़ा नहीं जायेगा। हथियार सहित पकडे जाने पर संबंधित असामाजिक तत्वों के विरूद्ध रासुका की कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस आयुक्त राकेश गुप्ता ने कहा कि गेर के दौरान सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध रहेंगे। सीसीटीवी और वीडियों कैमरों के माध्यम से सतत निगरानी रखी जाएगी। सुरक्षा व्यवस्था के लिए पूरे गेर मार्ग को सेक्टर के रूप में विभाजित कर सुरक्षा प्रबंध किए जा रहे है। गेर में शामिल होने वालों की तलाशी भी ली जाएगी। बैठक में एडिशनल पुलिस कमिश्नर अमित सिंह, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सिद्धार्थ जैन सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।