नई दिल्ली
ब्रिटेन की दिग्गज कंपनी-यूनीलिवर पीएलसी (Unilever Plc) ने बेन एंड जेरी जैसे (Ben & Jerrys) ब्रांड वाले अपने आइसक्रीम कारोबार को अलग करने की योजना बनाई है। कंपनी ने कहा कि इसके लिए कई विकल्पों पर विचार किया जाएगा। ऐसा माना जा रहा है कि कंपनी डीमर्जर के जरिए नए कारोबार की लिस्टिंग योजना पर विचार कर सकती है। बता दें कि यूनीलिवर पीएलसी के आइसक्रीम डिवीजन की साल 2023 में €7.9 बिलियन ($8.6 बिलियन) की बिक्री हुई थी।
7500 कर्मचारियों की छंटनी
यूनीलिवर पीएलसी के री-स्ट्रक्चरिंग प्लान की वजह से 7500 कर्मचारियों की छंटनी होने वाली है। कंपनी ने कहा कि यह कदम व्यापक री-स्ट्रक्चरिंग का हिस्सा है। नौकरी में कटौती से अगले तीन वर्षों में €800 मिलियन तक के फायदे की उम्मीद की जा रही है।
चार कारोबार पर है फोकस
री-स्ट्रक्चरिंग से यूनीलिवर पीएलसी का ध्यान चार कारोबार पर केंद्रित हो जाएगा। ये चार कारोबार- ब्यूटी एंड वेलबीइंग, पर्सनल केयर, होमकेयर और न्यूट्रिशियन। इससे पहले कंपनी की प्रतिद्वंद्वी नेस्ले एसए ने पहले निजी इक्विटी फर्म पीएआई पार्टनर्स के साथ एक ज्वाइंट वेंचर स्थापित करके अपने आइसक्रीम कारोबार को अलग कर दिया था। कंपनी की ओर से आइसक्रीम इकाई को अलग करने से यूनीलिवर की बड़ी टेंशन खत्म हो जाएगी।
किस तरह की टेंशन
दरअसल, कंपनी को अपने ब्रांड बेन एंड जेरी द्वारा उठाए गए राजनीतिक रुख पर कई विवादों से निपटना पड़ा है। दिसंबर 2022 में ब्रांड द्वारा इजरायल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक में बेचे जाने वाले उत्पादों पर आपत्ति जताने के बाद यूनीलिवर ने बेन एंड जेरी के स्वतंत्र बोर्ड के साथ एक अदालती लड़ाई को सुलझाया। इससे पहले यूनीलिवर ने बेन एंड जेरी के एक विवादित सोशल मीडिया पोस्ट पर भी कई सवाल झेले थे। पोस्ट में लिखा गया था कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण करने से कुछ हफ्ते पहले यूरोप में सेना भेजकर युद्ध की आग भड़का रहे थे।